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वैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपाय

वैशाख मास की पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता हैं। वैशाख पूर्णिमा सभी में श्रेष्ठ मानी जाती हैं इसे बुद्ध पूर्णिमा या फिर बुद्ध जयंती भी कहा जाता हैं। बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया हैं। जिन्हें इसी पावन तिथि के दिन बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी।पावन तिथि पर पवित्र सरोवर या फिर नदी में स्नान, दान, ध्यान, जप, व्रत और तर्पण करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं
वैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपाय

आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा को बहुत ही महत्व पूर्ण माना जाता हैं वही वैशाख मास की पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता हैं। वही मान्यताओं के मुताबिक वैशाख पूर्णिमा सभी में श्रेष्ठ मानी जाती हैं। वही इसे बुद्ध पूर्णिमा या फिर बुद्ध जयंती भी कहा जाता हैं। बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया हैं। जिन्हें इसी पावन तिथि के दिन बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थीवैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपाय

वही वैशाख मास की पूर्णिमा के दिन भगवान श्री हरि विष्णु की साधना आराधन का बहुत अधिक महत्व होता हैं इस पावन तिथि पर पवित्र सरोवर या फिर नदी में स्नान, दान, ध्यान, जप, व्रत और तर्पण करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं वही इस दिन पितरों के निमित्त किए गए कार्यों से उनकी कृपा और आशीर्वाद भी मिलता हैं। वैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपायवही वैशाख पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का अत्यधिक महत्व होता हैं यह भी माना जाता हैं, कि इस दिन गंगा में स्नान करने से कई जन्मों के पापों से मनुष्यों को मुक्ति प्राप्त हो जाती हैं। वैशाख पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करके व्रत उपवास रखें और रात में पुष्प, धूप, दीप, अन्न, गुड़ आदि से चंद्रमा की पूजा अर्चना करें। वही जल अवश्य ही चढ़ाएं। वही पूजा के बाद ब्राह्मण को जल से भरा हुआ घड़ा अवश्य दान करें। इसके साथ ही पकवानवैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपायका भी दान कर सकते हैं। इस दिन मृत्यु के देवता धर्मराज के नाम से जल से भरे कलश और पकवान आदि का दान करने से 100 गयों के दान का पुण्य फल प्राप्त होता हैं।वैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपाय

वैशाख मास की पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता हैं। वैशाख पूर्णिमा सभी में श्रेष्ठ मानी जाती हैं इसे बुद्ध पूर्णिमा या फिर बुद्ध जयंती भी कहा जाता हैं। बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया हैं। जिन्हें इसी पावन तिथि के दिन बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी।पावन तिथि पर पवित्र सरोवर या फिर नदी में स्नान, दान, ध्यान, जप, व्रत और तर्पण करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं वैशाख पूर्णिमा की रात करें ये उपाय

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