Samachar Nama
×

जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे में

वरिष्ठजनों के चरण स्पर्श करने से स्वयं के अदंर नम्रता, दूसरों के प्रति आदर, मान सम्मान और विनय का भाव जागृत हो जाता हैं इसके साथ ही वरिष्ठ व्यक्ति की सकारात्मक शक्ति का प्रवाह भी उसके आशीर्वाद के रूप में आपके अंदर प्रवाह हो जाता हैं। वही चरण स्पर्श की महत्ता को इस तरह भी जाना जा सकता हैं अपने वरिष्ठजनों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेने से सभी कार्य बढ़िया से संपन्न होते हैं और तमाम तरह के दोष और बाधाएं भी दूर हो जाती हैं वही माता पिता और गुरु के चरण स्पर्श करने से व्यक्ति की धन और विवाह संबंधी सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं
जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे में

आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में परंपरा में कई प्रकार के रीति रिवाज शामिल हैं जिन्हें हमारे ऋषि मुनियों ने बहुत ही गहन शोध कर बनाया था। हमारे यहां बुजुर्गों के पैरों को छूकर, लोग बल, विद्या, बुद्धि और सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा जाता हैं और वरिष्ठ मनुष्य अपने से छोटे को अपने अच्छे कर्मों के ​फल के रूप में ये सभी चीजें आशीर्वाद के रूप में प्रदान करते हैं वही बचपन से लेकर आज तक हमें अपने से बड़ों का सम्मान करने और उनके चरण स्पर्श करने की जो सीख मिलती हैं आज हम उसी के लाभ के बारे में आपको बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं। जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे मेंअपने से वरिष्ठजनों के चरण स्पर्श करने से स्वयं के अदंर नम्रता, दूसरों के प्रति आदर, मान सम्मान और विनय का भाव जागृत हो जाता हैं इसके साथ ही वरिष्ठ व्यक्ति की सकारात्मक शक्ति का प्रवाह भी उसके आशीर्वाद के रूप में आपके अंदर प्रवाह हो जाता हैं। वही चरण स्पर्श की महत्ता को इस तरह भी जाना जा सकता हैं कि स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा के चरण स्पर्श किए बल्कि उसे धोया भी था। सुख और सौभाग्य की कामना के लिए हम सभी नवरात्रि के विशेष पर्व पर कन्याओं के भी इसी तरह पैर धोकर पूजन किया जाता हैं।

जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे में

वही अपने वरिष्ठजनों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेने से सभी कार्य बढ़िया से संपन्न होते हैं और तमाम तरह के दोष और बाधाएं भी दूर हो जाती हैं वही माता पिता और गुरु के चरण स्पर्श करने से व्यक्ति की धन और विवाह संबं​धी सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। वही किसी भी संत या वरिष्ठ व्यक्ति का चरण हमेशा अपना सिर दोनों हाथों के बीच में रखते हुए अपने शरीर के ऊपरी भाग को झुका कर करना चाहिए। वही साथ ही पैर छूते वक्त उस मनुश्य के प्रति पूरा आद और सम्मान की भावना होना चाहिए। वही अनमने ढंग से किसी भी मनुष्य का पैर नहीं छूना चाहिए। यह अच्छा नहीं माना जाता हैं।जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे में

वरिष्ठजनों के चरण स्पर्श करने से स्वयं के अदंर नम्रता, दूसरों के प्रति आदर, मान सम्मान और विनय का भाव जागृत हो जाता हैं इसके साथ ही वरिष्ठ व्यक्ति की सकारात्मक शक्ति का प्रवाह भी उसके आशीर्वाद के रूप में आपके अंदर प्रवाह हो जाता हैं। वही चरण स्पर्श की महत्ता को इस तरह भी जाना जा सकता हैं अपने वरिष्ठजनों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेने से सभी कार्य बढ़िया से संपन्न होते हैं और तमाम तरह के दोष और बाधाएं भी दूर हो जाती हैं वही माता पिता और गुरु के चरण स्पर्श करने से व्यक्ति की धन और विवाह संबं​धी सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं जानिए पैर छूने के नियम और इसके लाभ के बारे में

Share this story