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पेयजल में पाया जाने वाला तत्व टीडीएस क्या होता है?

जयपुर। हम सब अच्छे से जानते है कि हमारे शरीर में लगभग 70% पानी मौजूद है। यानी हमारे शरीर के हर अंग को पानी को बहुत ज्यादा जरूरत होती है। कहते हैं कि बिन पानी इंसान 7 दिन से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकता है। पानी की मदद से ही हमारे शरीर के जहरीले तत्व
पेयजल में पाया जाने वाला तत्व टीडीएस क्या होता है?

जयपुर। हम सब अच्छे से जानते है कि हमारे शरीर में लगभग 70% पानी मौजूद है। यानी हमारे शरीर के हर अंग को पानी को बहुत ज्यादा जरूरत होती है। कहते हैं कि बिन पानी इंसान 7 दिन से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकता है। पानी की मदद से ही हमारे शरीर के जहरीले तत्व मूत्र के रूप में बाहर निकलते हैं। लेकिन आजकल पीने का शुद्ध पानी मिलना ही एक भारी समस्या है। हालांकि इसके लिए बाजार में कई तरह के आरओ या यूवी उपकरण मौजूद है, जो पानी को शुद्ध करने का दावा करते हैं।

पेयजल में पाया जाने वाला तत्व टीडीएस क्या होता है?

कई बार आपने भी सुना होगा कि पानी की क्वालिटी जांचते समय एक शब्द बहुत काम में लिया जाता है। टीडीएस, जी हां दोस्तों यह शब्द आपने भी कई बार सुना होगा। तो आइए आज हम आपको इस बारे में जानकारी देते हैं। साथ ही यह भी बताएंगे कि पेयजल में टीडीएस की कितनी मात्रा होनी चाहिए। हम सब जानते है कि पानी एक अच्छा विलायक है। यह हर चीज को अपने अंदर घोल लेता है।पेयजल में पाया जाने वाला तत्व टीडीएस क्या होता है?

ऐसे में कई बार पानी में गंदगी आसानी से घुल जाती है। हालांकि कहा जाता है कि शुद्ध पानी वही होता है जो बेस्वाद, बेरंग, और बिना गंध का होता है। लेकिन प्रायोगिक तौर पर आजकल यह संभव नहीं रहा। पानी को सार्वभौमिक विलायक यानी यूनिवर्सल सोल्वेंट भी कहा जाता है। टीडीएस का मतलब है कि टोटल डिजोल्वड सोलिड्स यानी पानी में पूरी तरह घुलने वाले ठोस पदार्थों की मात्रा को ही टीडीएस कहा जाता है। यह पानी की शुद्धता तय करता है।पेयजल में पाया जाने वाला तत्व टीडीएस क्या होता है?

टीडीएस में खास तौर पर अकार्बनिक लवण जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, बाइकार्बोनेट, क्लोराइड और सल्फेट्स पाए जाते हैं। साथ ही कम मात्रा में कार्बनिक पदार्थ जैसे नाइट्रेट भी पाए जाते हैं। टीडीएस को व्यक्त करने के लिए मिलीग्राम/लीटर की ईकाई काम में ली जाती है। हालांकि टीडीएस को प्राथमिक प्रदूषक नहीं माना गया है। लेकिन फिर भी पेयजल में इसकी मात्रा जरूर देखी जाती है।

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