नवरात्रि में बोए जवारे बताते हैं आपके परिवार के भविष्य को
जयपुर। आज से नवरात्रि शुरु हो गये हैं। इसके साथ ही कई लोग नवरात्रि में जवारे यानी जौ भी बोते हैं। इन जौ को दशहरे वाले दिन काटा जाता है। जवारे यानी जौ बोने का कारण है कि यह घर के भविष्य के बारे में कई संकेत देते हैं। आज हम इस लेख में इसके
जयपुर। आज से नवरात्रि शुरु हो गये हैं। इसके साथ ही कई लोग नवरात्रि में जवारे यानी जौ भी बोते हैं। इन जौ को दशहरे वाले दिन काटा जाता है। जवारे यानी जौ बोने का कारण है कि यह घर के भविष्य के बारे में कई संकेत देते हैं। आज हम इस लेख में इसके बारे में बता रहें हैं।
नवरात्रि में देवी पूजा करने के साथ ही जौ भी बोयो जाते हैं। इन जौ को शुद्ध तरीके से बोया जाता है। इसके साथ ही इनको मंदिर में ही रखा जाता है। अशुद्धि की स्थिति में जौ को छुआ नहीं जाता है। न ही इनको बोया जाता है।
- नवरात्रि में जौ बोने पर अंकुरित जौ का रंग नीचे से आधा पीला और ऊपर से आधा हरा है तो यह संकेत है कि आने वाला साल का आधा समय अच्छा तो आधा समय परेशानी से भरा रहेगा।
- अगर जौ का आधा भाग नीचे से हरा है और ऊपर से आधा पीला तो यह संकेत है। साल के शुरूआती समय आपके लिए अच्छे रहने वाले है तो बाद में परेशानी आएंगी।
- नवरात्रि में बोये जौ सफेद या हरे रंग के उगे है तो यह शुभ संकेत माना जाता है। ये समझे की आपकी पूजा सफल हो गई है घर में कई सारी खुशियां आने वाली है।
- अगर जौ सूखी और पीली होकर झरने लगे तो यह परिवार के लिए अशुभ संकेत है। ये संकेत है कष्टों और परेशानियों का इसलिए देवी से इन परेशानी को दूर करने के लिए प्रार्थना करें।