Samachar Nama
×

7 मई से 22 जून तक ग्रहों की बदली चाल डालेगी आम से लेकर खास लोगों के जीवन पर ये असर

जयपुर। मई माह की 7 तारीख को ग्रहों की चाल में फिर से फेर बदल हो रहा है जिसका असर 22 जून तक रहेगा। इस दौरान मंगल, शनि, राहु और गुरु के कारण अनिष्टकारी और भयानक अशुभ योग बनने वाले हैं। जिनका असर प्रत्येक मनुष्यों से लेकर प्रकृति, पर्यावरण, देश और विदेश सभी में पड़ेगा।
7 मई से 22 जून तक ग्रहों की बदली चाल डालेगी आम से लेकर खास लोगों के जीवन पर ये असर

जयपुर। मई माह की 7 तारीख को ग्रहों की चाल में फिर से फेर बदल हो रहा है जिसका असर 22 जून  तक रहेगा। इस दौरान मंगल, शनि, राहु और गुरु के कारण अनिष्टकारी और भयानक अशुभ योग बनने वाले हैं। जिनका असर प्रत्येक मनुष्यों से लेकर प्रकृति, पर्यावरण, देश और विदेश सभी में पड़ेगा।

7 मई की सुबह 6 बजकर 54 मिनट पर मंगल मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसके साथ ही अशुभ योग बनना भी शुरू हो जाएंगे।  मंगल इस राशि में  22 जून की रात 11 बजकर 23 मिनट तक रहेंगे। इसके बाद कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा।

7 मई से 22 जून तक ग्रहों की बदली चाल डालेगी आम से लेकर खास लोगों के जीवन पर ये असर

अगले 47 दिन मंगल का मिथुन राशि में गोचर से तीन-तीन अशुभ योग बन रहें हैं,  जिनमें गुरु-मंगल का षडाष्टक योग,  शनि-मंगल का समसप्तक योग और राहु-मंगल की युति से बना अंगारक योग सम्मिलित हैं। आज हम इस लेख में इन तीन अशुभ योग के बारे मे बता रहें हैं।

7 मई से 22 जून तक ग्रहों की बदली चाल डालेगी आम से लेकर खास लोगों के जीवन पर ये असर

गुरु-मंगल का षडाष्टक योग

षडाष्टक योग एक प्रकार का भकूट दोष माना जाता है, जिसमें दो राशियों के बीच की दूरी का संबंध 6-8 का होता है तब यह षडाष्टक योग कहलाता है। इस समय मंगल मिथुन राशि में और गुरु वृश्चिक राशि में रहेगा। इस प्रकार मंगल से गुरु छठा और गुरु से मंगल आठवां होने के कारण षडाष्टक योग बनता है। क्योंकि मंगल और गुरु परस्पर शत्रु ग्रह हैं।

7 मई से 22 जून तक ग्रहों की बदली चाल डालेगी आम से लेकर खास लोगों के जीवन पर ये असर

शनि-मंगल का समसप्तक योग
ग्रहों में होने वाले बदलाव के कारण दूसरा खतरनाक योग शनि-मंगल का समसप्तक योग बन रहा है। यह योग मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने से बनता है। मंगल से शनि सप्तम और शनि से मंगल भी सप्तम स्थान में समसप्तक योग बन रहा है। शनि और मंगल के परस्पर एक-दूसरे के सम ग्रही कहलाते हैं। इसके कारण आर्थिक नुकसान पहुंचाता है।

7 मई से 22 जून तक ग्रहों की बदली चाल डालेगी आम से लेकर खास लोगों के जीवन पर ये असर
राहु-मंगल का अंगारक योग

राहु-मंगल की युति से अंगारक योग बनता है। इस योग के प्रभाव से लोगों में क्रोध की प्रधानता हो जाएगी। जरा-जरा सी बातों पर वाद-विवाद बढ़ेंगे। निर्णय क्षमता प्रभावित होगी। यह योग अग्नि का कारक ग्रह है।

7 मई की सुबह 6 बजकर 54 मिनट पर मंगल मिथुन राशि में प्रवेश करेने से कुछ अशुभ योग बन रहा है।  मंगल इस राशि में  22 जून की रात 11 बजकर 23 मिनट तक रहेंगे। अगले 47 दिन मंगल का मिथुन राशि में गोचर से तीन-तीन अशुभ योग बन रहें हैं।

Share this story