भोजन करने से पहले क्यों कई लोग चारो और जल छिड़कते है जानें
जयपुर। हिन्दू धर्म में कई ऐसी परंपरा है जो कई समय से चली आ रही है। इन नियमों के पीछे कुछ न कुछ मान्यता अवश्य होती हैं जिसके कारण इनका निर्वहन किया जाता है। लेकिन आज के समय में लोग आधुनिकता की दौड में इतनी तेजी से भागे जा रहें हैं जिसके कारण अपने पुरीने रिति रिवाज को भूलते जा रहें हैं।
अगर हम ही इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो हमारे आने वाली पीढी को इन सब रिति रिवाज के बारे में कौन बताएंगा। ऐसे में हमें अपने इन भूले रिवाज़ों का पालन करना चाहिए जिससे आगे चल कर आनेवाली पीढी को इसके बारे में पता चल सकें। जिससे वे भी इन नियमों का पालन कर सकें।
आज इसी क्रम मे हम आपको एक पूरानी प्रथा को फिर से याद करवा रहें हैं। इस प्रथा में भोजन ग्रहण करने से पहले थाली के चारो ओर हथेली में पानी लेकर जल छिड़का जाता है। हिन्दू परंपरा के अनुसार भोजन से पहले थाली के चारो ओर पानी को तीन बार छिड़का जाता है व इसके साथ मंत्र भी बोला जाता है। इसके अलावा हमारी संस्कृती में जमीन पर बैठ कर भोजन ग्रहण करने की परंपरा है।
ऐसा करना एक प्रकार से अन्न का आदर करना माना जाता है। ईश्वर का ध्यनवाद करने का तरीका है। इस परंपरा को व्यावहारिक दृष्टि से देखे तो हम खाने को ग्रहण करने से पहले भोजन को देवता को समर्पित करते हैं ऐसा करने के बाद उसको ग्रहण किया जाता है। ऐसा करने से भोजन व ईश्वर के प्रति सम्मान दर्शाना होता था।