Kerala Election 2021 dates: चुनाव से पहले लेफ्ट सरकार ने पलट दिए अपने ये 3 फैसले….
देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया है। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन सभी चुनावों के परिणाम 2 मई को आएंगे। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की कुल आबादी की बात करें तो ये संख्या 25 करोड़ है। देश की कुल आबादी के करीब 19 फीसदी लोग इन राज्यों में रहते हैं। यहां कुल वोटर्स की संख्या 18 करोड़ है।
केरल में 6 अप्रैल को मतदान होने जा रहा है। लेकिन चुनाव की तारीख आने के ठीक पहले 4 दिनों में पी. विजयन सरकार ने खुद के तीन फैसले पलट डाले हैं। माना जा रहा है कि केरल में हाल में हुए लोकल बॉडी चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने वाली LDF सरकार फिलहाल बैकफुट पर आ गई है। नायर सर्विस राज्य की एक बड़ी धार्मिक सोसायटी है। इस समुदाय के लोग सबरीमाला आंदोलन में सबसे आगे थे। इस समुदाय के राज्य में 14.5 फीसदी वोटर्स हैं। सबरीमाला इस आंदोलन में पूरे राज्य 87600 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे। इन पर हिंसा के उकसाने जैसी गंभीर धारायें भी थीं। इसके बाद नागरिकता कानून आंदोलन में 490 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुए थे।
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ एक दिन पहले वाम सरकार ने सबरीमाला और नागरिकात कानून आंदोलन के दौरान दर्ज हुए केस वापस ले लिए हैं। इन पर हिंसा भड़काने जैसे गंभीर किस्म के आरोप थे। केरल विधानसभा चुनावों में तीन बड़े फैक्टर क्या हैं? इस पर धुनराज कहते हैं कि मुझे लगता है कि इन्फ्रास्ट्रचर, फूड और जॉब के मुद्दे केरल मे चलने वाले हैं।