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इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत

नहाई खाई सप्तमी तिथि 21 सितंबर 2019 दिन शनिवार को, वही अष्टमी और व्रत का मुख्य दिन 22 सितंबर 2019 दिन रविवार को। अष्टमी तिथि शनिवार 21 सितंबर को दिन में 3:30 बजे लग जायेगी। जो रविवार को 2: 29 बजे तक व्याप्त रहेगी। वही सुबह 08:08 बजे तक मृगशिरा नक्षत्र, उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र, व्यतिपात योग, सौम्य योगा एवं अष्टमी का श्राद्ध इस दिन होगा।
 इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत

जिउतिया व्रत को बहुत ही खास और महत्वपूर्ण व्रत माना जाता हैं वही हिंदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व होता हैं पुत्र की दीर्घायुष्य और कुशलता के लिए अश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रखा जाता हैं यह जिउतिया व्रत। वही इस साल यह जिउतिया व्रत 22 सितंबर दिन रविवार को रखा जाएगा। इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत वही ज्योतिष के मुताबिक अष्टमी तिथि शनिवार 21 सितंबर को नहाई खाई होगा। वही जिउतिया व्रत में कुछ भी खाया या पिया नहीं जाता हैं वही इसलिए यह निर्जला व्रत होता हैं वही व्रत का पारण अगले दिन प्रात काल किया जाता हैं जिसके बाद आप कैसा भी भोजन ग्रहण कर सकते हैं। वही इस व्रत को करते वक्त केवल सूर्योदय से पहले ही कुछ खा सकते हैं। इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत

वही नहाई खाई सप्तमी तिथि 21 सितंबर 2019 दिन शनिवार को, वही अष्टमी और व्रत का मुख्य दिन 22 सितंबर 2019 दिन रविवार को। अष्टमी तिथि शनिवार 21 सितंबर को दिन में 3:30 बजे लग जायेगी। जो रविवार को 2: 29 बजे तक व्याप्त रहेगी। वही सुबह 08:08 बजे तक मृगशिरा नक्षत्र, उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र, व्यतिपात योग, सौम्य योगा एवं अष्टमी का श्राद्ध इस दिन होगा। इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत

वही आश्विन कृष्ट अष्टमी तिथि को माताएं जीमूतवाहन की पूजा करती हैं जीमूतवाहन गंधर्व राजकुमार था। जिसने के वृद्धा के पुत्र की जान बचाई थी। इसलिए जिउतिया में कुश से जीमूतवाहन की प्रतिमा बनाकर इसकी पूजा अर्चना और आराधना की जाती हैं। वही इसमें मिट्टी और गोबर से चील सियारन की प्रतिमा भी बनाई जाती हैं इस व्रत में माता जीवित्पुत्रिका और राजा जीमूतवाहन दोनो की सम्यक रुप से पूजा और पुत्रों की लम्बी आयु के लिए प्रार्थना की जाती हैं।  इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत

नहाई खाई सप्तमी तिथि 21 सितंबर 2019 दिन शनिवार को, वही अष्टमी और व्रत का मुख्य दिन 22 सितंबर 2019 दिन रविवार को। अष्टमी तिथि शनिवार 21 सितंबर को दिन में 3:30 बजे लग जायेगी। जो रविवार को 2: 29 बजे तक व्याप्त रहेगी। वही सुबह 08:08 बजे तक मृगशिरा नक्षत्र, उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र, व्यतिपात योग, सौम्य योगा एवं अष्टमी का श्राद्ध इस दिन होगा। इस तारीख को रखा जाएगा जिउतिया व्रत

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