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इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रत

संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला व्रत जितिया दो दिन रखा जाता रहा हैं अलग अलग पंचांगों के मुताबिक व्रत की तारीख अलग अलग हैं बनारस पंचांग के अनुसार श्राद्धालु 22 सितंबर को जिउतिया व्रत रखेंगे और 23 सितंबर की सुबह पारण करेंगे। वही मिथिला और विश्वविद्यालय पंचांग दरभंगा से चलने वाले श्रद्धालु 21 सितंबर को व्रत रखेंगे और 22 सितंबर की दोपहर तीन बजे पारण करेंग
इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रत

आपको बता दें, कि जितिया व्रत को हिंदू धर्म में खास महत्व दिया जाता हैं, वही यह व्रत महिलाएं रखती हैं इस बार संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला व्रत जितिया दो दिन रखा जाता रहा हैं अलग अलग पंचांगों के मुताबिक व्रत की तारीख अलग अलग हैं इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रतबनारस पंचांग के अनुसार श्राद्धालु 22 सितंबर को जिउतिया व्रत रखेंगे और 23 सितंबर की सुबह पारण करेंगे। वही मिथिला और विश्वविद्यालय पंचांग दरभंगा से चलने वाले श्रद्धालु 21 सितंबर को व्रत रखेंगे और 22 सितंबर की दोपहर तीन बजे पारण करेंगे। यह व्रत निर्जला रखा जाता हैं वही आपको बता दें कि इस व्रत का संबंध महाभारत काल से भी होता हैं।

इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रत

ऐसा माना जाता हैं, कि महाभारत के युद्ध में अपने पिता की मौत के बाद अश्वत्थामा बहुत ही नाराज था। उसके हृदय में बदले की भावना भडत्रक रही थी। इसी के चलते वह पांडवों के शिविर में घुस गया शिविर के अंदर पांच लोग सो रहे थे। अश्वत्थामा ने उन्हें पांडव समझकर मार डाला। वे सभी द्रोपदी की पांच संतानें थी। फिर अर्जुन ने उसे बंदी बनाकर उसकी दिव्य मणि दीन ली।इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रत वही अश्वत्थामा ने बदला लेने के लिए अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चे को गर्भ को नष्ट कर दिया। ऐसे में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने सभी पुण्यों का फल उत्तरा की अजन्मी संतान को देर उसको गर्भ में फिर से जीवित कर दिया। गर्भ में मरकर जीवित होने के कारण उस बच्चे का नाम जीवित्पुत्रिका पड़ा। तब से ही संतान की लंबी उम्र और मंगल के लिए जितिया का व्रत किया जाने लगा। इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रत

संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला व्रत जितिया दो दिन रखा जाता रहा हैं अलग अलग पंचांगों के मुताबिक व्रत की तारीख अलग अलग हैं बनारस पंचांग के अनुसार श्राद्धालु 22 सितंबर को जिउतिया व्रत रखेंगे और 23 सितंबर की सुबह पारण करेंगे। वही मिथिला और विश्वविद्यालय पंचांग दरभंगा से चलने वाले श्रद्धालु 21 सितंबर को व्रत रखेंगे और 22 सितंबर की दोपहर तीन बजे पारण करेंग इस बात दो दिन रखा जा रहा है जितिया व्रत

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