Samachar Nama
×

हमेशा शुभ नहीं होता अचानक से धन दौलत, और स्त्री का सुख मिलना

जयपुर। कई बार तेज गति से चलना घातक होता है, ऐसे ही जीवन में कई बार तेजी से आगे बढ़ना धन-संपत्ति, प्रतिष्ठा, ख्याति और स्त्री सुख का मिलना भी घातक बन सकता है। वैसे तो इस सब के मिलने में पूरा जीवन लग जाता है लेकिन कई बार आसानी से सब कुछ मिलना परेशानी का
हमेशा शुभ नहीं होता अचानक से धन दौलत, और स्त्री का सुख मिलना

जयपुर। कई बार तेज गति से चलना घातक होता है, ऐसे ही जीवन में कई बार तेजी से आगे बढ़ना  धन-संपत्ति, प्रतिष्ठा, ख्याति और स्त्री सुख का मिलना भी घातक बन सकता है।  वैसे तो इस सब के मिलने में पूरा जीवन लग जाता है लेकिन कई बार आसानी से सब कुछ मिलना परेशानी का कारण बन जाता है। जब किसी को अचानक सब कुछ मिलने लगता तो यह जरूरी नहीं कि उसका भाग्योदय हो गया है या किस्मत उस पर मेहरबान हो रही है। कभी कभी ये सारी चीजें जीवन को पतन की ओर भी ले जाती है।

हमेशा शुभ नहीं होता अचानक से धन दौलत, और स्त्री का सुख मिलना

जब किसी को दौलत, शोहरत और औरत अचानक से मिलती है तो यह एक प्रकार से स्वऋण से पीडि़त होने का संकेत भी होता है। ऐसे लोगो को अचानक कहीं से खूब सारी धन-संपत्ति प्राप्त होती है, रातो रात किस्मत बदलती है, लेकिन यह सब उसके जीवन में 12 वर्ष तक के समय तक नष्ट हो जाता है, लेकिन अगर यह सब 12 वर्ष से अधिक समय तक स्थायी बना रहता है तो यह व्यक्ति के भाग्योदय का संकेत है।

हमेशा शुभ नहीं होता अचानक से धन दौलत, और स्त्री का सुख मिलना

कैसे बनता है स्वऋण

जब व्यक्ति की कुंडली में सूर्य पांचवें घर में और उसी में शनि या शुक्र आ जाएं तो वह स्वऋण का कारक होता है। जिसकी कुड़ली में स्वऋण होता है वह अचानक ढेर सारी संपत्ति प्राप्त करत है।  उसका मान-सम्मान और ख्याति दूर-दूर तक फैलती है तो धीरे धीरे इन सब का अंत भी होता जाता है।

हमेशा शुभ नहीं होता अचानक से धन दौलत, और स्त्री का सुख मिलना

स्वऋण के दुष्प्रभाव से अचानक सारे सुख मिलते हैं तो उसी तरह अचानक सारे सुख  छिन भी जाते हैं। शरीर रोगों से ग्रसित हो जाता है। अधिकांश लोगों के जीवन में ये सब घटनाएं तब होती हैं जब उसके पुत्र की आयु 12 वर्ष की पूरी नहीं हो पाती।

हमेशा शुभ नहीं होता अचानक से धन दौलत, और स्त्री का सुख मिलना

Share this story