पैर में चलते चलते आ गई है मौच तो कभी न करें यह गलती ; चिकित्सा
जयपुर । अक्सर ऐसा हो जाता है की हम लोग बहुत देर से बैठे होते हैं और अचानक से जब चलने की बारी आती है तो हमारा पैर लचक जाता है जिसकी वजह से पैर मरें मौच की शिकायत हो जाती है । इतना ही कई बार तो चलते चलते भी जब बेलेन्स नहीं बंता है तो तब भी पैर में मौच आ जाने का कारण बन जाता है ।
कई बार चलते-चलते या खेलते खेलते अचानक से पैर मुड़ने भर से ही हमारे पैर में मोच आ जाती है,जिससे हमारे पैर में दर्द के साथ सूजन भी आ जाती है। दरअसल पैर में मोच पैर में किसी तनाव, खिंचाव या मांसपेशियों में चोट लगने से आती है। पैर में मोच बाहरी और आंतरिक दोनों ही तरह से आ सकती है। आमतौर पर पैर में मोच एड़ीमें या घुटने में आती है। इसके अलावा हाथ में भी मोच आना एक आम समस्या है।
क्या ही मोच का उपचार ?
सबसे पहले मोच की जगह पर बर्फ या पेनकिलर की क्रीम लगाएं,जिससे पीड़ित व्यक्ति को दर्द से आराम मिल सके। कम से कम 48 घंटो तक मोच वाली जगह पर किसी भी तरह का दबाव न डालें। सूजन को कम करने के लिए बर्फ या आइस पैक को दिन में 4-8 बार जरूर लगाएं। उसके बाद गरम पानी में सरसों का तेल लगाएँ और नमक दाल कर पैर की अच्छे से सिकाई करें । आइसा दिन में 3-4 बार करें ।
पर ध्यान रहे की बर्फ की सिकाई के दिन तक आपको इससे परहेज करना है उसके बाद ही इसकी शुरुआत करें । गरम पानी किस इकाई के बाद भूल कर भी बर्फ की सिकाई न करें । अन्यथा एथन बढ़ जाएगी । गर्म पट्टी का प्रयोग करें। हमेशा पैर को सोते वक्त थोड़ा ऊंचाई पर रखें। इससे मोच की वजह से आई पैर की सूजन में कमी आती है। सोते समय बैठते समय पैर के नीचे तकिया जरूर रखें ।
नोट :- पैर की मौच निकलवाने के लिए किसी भी पहलवान या ऐसे व्यक्ति के पास ना जाएँ जिनको इसका ज्ञान ना हो आपकी मोच फ्रेक्चर और साथ ही मसल्स के फट जाने में बादल सकती है आउर हल्की सी गलती सारे निवान की परेशानी का कारण बन सकती है ।