इंटेरनेशनल मेन्स डे :- महिलाओं से कई ज्यादा भावुक होते हैं पुरुष
जयपुर । अब तक फिल्मों में यह डायलोग बहुत ही फेमस हुआ है की मर्द को दर्द नही होता है । हमारे सामने भी लड़कों की इमेज ऐसी बनाई जाती है जैसे की वह तो लोहे के बने हैं उनमे कोई इमोशन्स नही होते हैं । यहाँ तक की उनको शुरू से सिखाया भी यही ही जाता है तुम रो नही सकते हो कुछ कह नही सकते हो और ना जाने क्या क्या सिखाया जाता है ।
आज हम आपको इससे जुड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण सच्चाई बताने जा रहे हैं । आज हम आपको बताने जा रहे हैं की यह बात जरा भी सच नही है की मर्द को दर्द नही होता है । सच बात यह है की वह बस बयान नही कर पाते हैं । इतना ही नही उनको आँखों से बयान करना तक नही आता है ।
पुरुष महिलाओं से कई ज्यादा गुना भावुक होते हैं । इतना ही नही कई बार तो हालत यह होती है की वझ चुप कर रो कर अपना दर्द निकालते हैं । जैसे हमको बुरा लगता है जैसा प्यार में हम फिल करते हैं , जैसा माँ बाप के लिए हम फिल करते हैं उससे भी कई ज्यादा एक पुरुष फिल करता है ।
भावुकता के चलते ही महिलोयन से भी कई ज्यादा पुरुष अत्महत्या करते हैं । एक सर्वे के आंकड़े यह कहते हैं की 2014 मेब्न 30 साल तक के 27343 और 45 साल तक के 30679 पुरुष आत्महत्या कर चुके हैं ।
इतना ही नही बहुत दर्द के बाद भी पुरुष जल्दी से रोते नही है । कई ज्यादा गुना दर्द झेलने के बाद भी उनके जल्दी से आँसू नही आते हैं । और पुरुष अपनी फिलिंग्स कपो लेकर काफी झिझक महसूस करते हैं और मान सम्मान और प्रतिशता के कार्न वह जल्द ही सुसाइड कर लेते हैं ।