पाद से जुड़े रोचक तथ्य जो आपने आज तक नहीं सुने होंगे, डब्बे में बंद कर समय समय पर सूंघते थे लोग, कारण सुन चौंक जायेंगे
जयपुर। जैसा की आप जानते हैं कि पाद मारना नेचुरल बात है। पाद हर कोई मारता है। लेकिन इसे लेकर कई लोगों को यह भ्रम है कि महिलाएं पाद नहीं मारती जो कि बिल्कुल गलत है। महिलाएं भी पाद मारती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लेकिन उनमें पाद रोकने की शक्ति ज्यादा होती हैं। आज हम आपको पाद से जुड़े कुछ ही रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाद एक जलन सील गैस होती है। जब पाद बॉडी में बनकर तैयार होता है तब उसका तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। बता दें कि पाद में आग लग सकती है। आपने महसूस किया होगा कि नहाते वक्त का पाद ज्यादा बदबूदार होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उस वक्त नाक में नमी रहती है। आपकी जानकारी के लिए बात दें कि बता दें कि पाद में 59% नाइट्रोजन 21% हाइड्रोजन 9% कार्बन डाइऑक्साइड और 7% मीथेन गैस होती है।
तथा पाद में इन गैसों के साथ ही 3% ऑक्सीजन गैस भी पाई जाती है। वहीं कुछ लोग पाद मारने से हिचकिचाते हैं। तथा कई लोग पाद को अपनी बॉडी के अंदर ही रोक लेते हैं। जो हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक रहता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की पाद आपके बीपी को कंट्रोल में रखता है। अगर आपने किसी कारणवश पाद को रोक लिया तो वह आपके सिर दर्द का कारण बन सकता है। आपकी जानकीर के लिए बता दें कि जीव जंतुओं में सबसे ज्यादा पाद दीमक मारता है। जो कि बहुत ज्यादा मिथेन गैस छोड़ता है। आप इस बात को जानकर चौमक जाएंगे लेकिन ऐसा माना जाता है कि मध्ययुग में लोग पाद को डिब्बे में बंद कर रखते थे और समय-समय पर सुंगते रहते थे। क्योंकि उनका यह मानना था कि ऐसा करने से उनकी आयू बढ़ जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक सर्वें में सामने आया है कि हर व्यक्ति पुरे दिन में 14 बार और अपने पूरे जीवन में 4 लाख 2 हजार बार पाद मारता है।