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स्वदेशी जीपीएस जल्द बनेगी हकीकत, आईआरएनएसएस वीटीएस मॉड्यूल ‘यूटीआरएक्यू’ लांच

देश की एक प्रमुख सेमीकंडक्टर वितरण कंपनी रामकृष्णा इलेक्ट्रो कंपोनेंट प्रा. लि. (आरईसी) ने शुक्रवार को ‘यूटीआरएक्यू’ ब्रांड के तहत वीटीएस (वेहिकल ट्रैकिंग प्रणाली) लांच किया है, जो भारतीय उपग्रह से चलने पर अपनी तरह का पहला मॉड्यूल है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि ‘यूटीआरएक्यू’ वर्तमान में इस्तेमाल किए जा रहे जीपीएस एप्लिकेशनों
स्वदेशी जीपीएस जल्द बनेगी हकीकत, आईआरएनएसएस वीटीएस मॉड्यूल ‘यूटीआरएक्यू’ लांच

देश की एक प्रमुख सेमीकंडक्टर वितरण कंपनी रामकृष्णा इलेक्ट्रो कंपोनेंट प्रा. लि. (आरईसी) ने शुक्रवार को ‘यूटीआरएक्यू’ ब्रांड के तहत वीटीएस (वेहिकल ट्रैकिंग प्रणाली) लांच किया है, जो भारतीय उपग्रह से चलने पर अपनी तरह का पहला मॉड्यूल है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि ‘यूटीआरएक्यू’ वर्तमान में इस्तेमाल किए जा रहे जीपीएस एप्लिकेशनों को बदलने का प्रयास है, जो अमेरिकी उपग्रहों से चलते हैं। ‘यूटीआरएक्यू’ का स्वामित्व रामकृष्णा इलेक्ट्रो कंपोनेंट के पास है और इसका विनिर्माण संघाई मोबाइलटेक के द्वारा किया जा रहा है।

कंपनी ने कहा कि यह मॉड्यूल वीटीएस एप्लिकेशनों के लिए आईआरएनएसएस अनुवर्ती है। आईआरएनएसएस भारत सरकार की पहल है, जो इसरो के अंतर्गत शुरू की गई है। आईआरएनएसएस यूजर रिसीवर मॉड्यूल को फ्रंट-एंड चिपसेट में समेकित और प्रमुख चिपसेप निर्माताओं के उच्च प्रदर्शन वाले एआरएम9 प्रोसेसर में सन्निहित किया जा सकता है। इसमें इंटरनल एस रैम, यूएआरटी, यूएसबी, सीएन और 10 बिट एडीसीज है।

कंपनी के प्रबंध निदेशक शिवांग लूथरा ने कहा, “यह पारंपरिक ट्रैकिंग के तरीके को बदल कर रख देगा, जैसा अतीत में किया जाता रहा है। हम एल (आईआरएनएसएस) बैंड और एल1 (जीपीएस और जीएनएसएस) बैंड के साथ काम करके ग्राहकों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। अनुमान है कि वीटीएस उद्योग के डिजाइन में आनेवाले सालों में परिवर्तन होगा और सरकार इसे जरूरी बना सकती है कि वे आईआरएनएसएस डिवाइस का प्रयोग करें।”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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