विदेशियों की तुलना में समय से पहले बूढ़े हो रहे हैं भारतीय , क्या है वजह
जयपुर । भारत एक समय में ऐसा देश हुआ करता था जहां पर 80 की उम्र के लोगों का भी यह पता कर पाना मुश्किल था की वह कितनी उम्र के हैं । इतना ही नही उनका हस्त पुष्ट शरीर युवाओं को भी मात देता था और उनकी फुर्ती और काम करने की क्षमता का तो कहना ही क्या ? धीरे धीरे समय बदलता गया और लोगों की क्षमताओं और जीवन शेली में भी बदलाव आ गया ।
आज के समय में भारतियों ने खुद की सभ्यता को पिछड़ा बता कर जिन लोगों की सभ्यता को अपनाया वह सभ्यता ही उनके ऊपर भारी पड़ती जा रही है । आज भारत के लोग विदेशों की तुलना में ज्यादा बूढ़े पाये गए हैं । हाल ही में हुए शोध में यह बात सामने आई है की भारतीय लोग विदेशियों की तुलना में ज्यादा बूढ़े हो रहे हैं ।
विदेशियों की तुलना में भारत के युवों में 30 की उम्र में ही बढ़ी उम्र की बीमारियां दिखने लगी हैं, जिसमें जोड़ों में दर्द, थायराइड, गठिया, डिमनेशिया, हार्ट डिजीज, डायबिटीज, ब्लड प्रैशर, तनाव और एंटी-एजिंग की समस्याएं शामिल है। यह बहुत ही गंभीर विषय बनता जा रहा है । ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि लोग अपना जीवन जीने का तरीका बहुत ही ज्यादा खराब कर चुके हैं बिगाड़ चुके हैं ।
इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए यह करें :-
- स्वस्थ रहने के लिए रोजाना रुटीन में कुछ हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, व्यायाम या योग शामिल करें। कुछ समय निकालकर सुबह-शाम सैर जरूर करें। इससे आपकी आधी से ज्यादा समस्याएं दूर हो जाएगी।
- सुबह का नाश्ता दिन का सबसे जरूरी भोजन है। इससे ना सिर्फ दिनभर एनर्जी मिलती है बल्कि नाश्ता दिन का पहला और सबसे जरूरी मील होता है इसलिए कभी भी इसे स्किप ना करें। साथ ही ब्रेकफास्ट में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें शामिल करें। इससे ना सिर्फ आपको एनर्जी मिलेगी बल्कि आप लंबे समय तक स्वस्थ भी रहेंगे।
- 45 की उम्र के बाद अपना रूटीन चेकअप करवाते रहें और अगर डॉक्टर आपको कोई दवाई देता है तो उसे नियमित रुप से लें। बीमारियों से बचने के लिए सिर्फ दवाइयां ही नहीं, रोज कोई भी एक व्यायाम रोज जरूर करें।
- छोटी-छोटी बातों को लेकर तनाव न लें और अपने गुस्से को भी कंट्रोल में रखें। इससे भी आप कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं इसलिए हमेशा खुश रहे और दिमाग पर ज्यादा जोर न डालें। अपनी भावनाओं को दूसरों के साथ शेयर करें। इससे आपको हल्का महसूस होगा।
- रात का खाना 8 बजे तक कर लें और रात के समय ज्यादा हैवी भोजन न करें। ध्यान रहे कि भोजन हल्का-फुल्का हो। इसके अलावा सोने से पहले 15 से 20 मिनट टहलना ना भूलें।
- जंकफूड, सॉफ्ट ड्रिंक, मसालेदार भोजन और आर्टिफिशियल शुगर से बने जूस का सेवन न करें। भोजन पकाने के लिए अनसैचुरेटेड वेजिटेबल ऑयल जैसे- सोयाबीन, सनफ्लावर, मक्का या ऑलिव ऑयल का प्रयोग करें। खाने को सही तापमान पर पकाएं। साथ ही ओवन का प्रयोग करते समय तापमान का खास ध्यान रखें।
- बेहतर नींद अच्छे स्वास्थ्य की भी निशानी होती है लेकिन सारा दिन काम करने के बाद रात को मोबाइल यूज करने लग जाते हैं। मगर रात को देर तक मोबाइल चलाने से भी नींद पर बुरा असर पड़ता है। हेल्दी रहने के लिए जरूरी है कि आप कम से म 8-9 घंटे की नींद जरूर लें।