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वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्री

हाल ही में भारतीय वैज्ञानिकों ने जंगरोधक सामग्री को विकसित किया है। इसकी खास बात ये है कि इसे आम की पत्तियों की मदद से बनाया गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार आमतौर पर, लोहे के क्षरण को रोकने के लिए उस पर पेंट जैसी सिंथेटिक सामग्री की परत चढ़ाई जाती है, जो विषाक्त और पर्यावरण के प्रतिकूल होती है। लेकिन, हाल ही में बनाई गई आम की पत्तियों के अर्क से बनी कोटिंग सामग्री पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है।
वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्री

जयपुर। भारतीय वैज्ञानिक शुरू से ही कुछ न कुछ नया करते आ रहे है और आगे भी नया करने के लिए अपना प्रयास जारी रखे हुए हैं। हाल ही में भारतीय शोधकर्ताओं ने आम की पत्तियों के अर्क से एक ईको-फ्रेंडली जंगरोधी सामग्री विकसित की है, जो लोहे को जंग लगने से बचा सकती है। वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्रीइस साम्रगी को तिरूवनंतपुरम स्थित राष्ट्रीय अंतरविषयी विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है। शोधकर्ताओं के अनुसार आमतौर पर, लोहे के क्षरण को रोकने के लिए उस पर पेंट जैसी सिंथेटिक सामग्री की परत चढ़ाई जाती है, जो विषाक्त और पर्यावरण के प्रतिकूल होती है।वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्री लेकिन, हाल ही में बनाई गई आम की पत्तियों के अर्क से बनी कोटिंग सामग्री पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है। शोधकर्ता बताते है कि इसकों बनाने के लिए उन्होंने एथेनाॅल के उपयोग से आम की सूखी पत्तियों से फाइटोकेमिकल्स प्राप्त किया। इसके बाद पत्तियों के अर्क की अलग-अलग मात्रा का विद्युत-रासायनिक विश्लेषण किया।

वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्री200 पीपीएम अर्क के नमूनों में सबसे अधिक जंगरोधी गुण पाए गए हैं। इस संबंध में शोधकर्ता डाॅ. निशांत के गोपालन ने बताया कि इस शोध में हमें पता चला है कि जैविक रूप से सक्रिय तत्व मिलकर एक खास कार्वधात्विक यौगिक बनाते हैं, जिनमें जंगरोधक गुण होते हैं।

वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्री

पत्तियों के अर्क में जंग-रोधी गुणों का परीक्षण जैव-रासायनिक प्रतिबाधा स्पेक्ट्रोस्कोपी और लोहे की सतह पर जंग का मूल्यांकन एक्स-रे फोटा-इलेक्ट्राॅन स्पेक्ट्रोस्कोपी से किया गया है। इसी प्रकार शोधकर्ताओं को जैविक रूप से सक्रिय तत्वों की जंग-रोधी भूमिका के बारे में पता चला है। इस कोटिंग सामग्री को 99 प्रतिशत तक जंग-रोधी पाया गया है जो आम के पत्तों के अर्क के जंग-रोधक गुणों को दर्शाता है। हालांकि शोधकर्ता ने बताया कि लोहे पर सिर्फ अर्क की परत टिकाऊ नहीं हो सकती हैं इसलिए अर्क को सिलिका के साथ मिलाकर मिश्रण तैयार किया जाता है।

हाल ही में भारतीय वैज्ञानिकों ने जंगरोधक सामग्री को विकसित किया है। इसकी खास बात ये है कि इसे आम की पत्तियों की मदद से बनाया गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार आमतौर पर, लोहे के क्षरण को रोकने के लिए उस पर पेंट जैसी सिंथेटिक सामग्री की परत चढ़ाई जाती है, जो विषाक्त और पर्यावरण के प्रतिकूल होती है। लेकिन, हाल ही में बनाई गई आम की पत्तियों के अर्क से बनी कोटिंग सामग्री पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है। वैज्ञानिकों ने इस पेड़ की पत्तियों से बनाई जंग को रोकने वाली सामग्री

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