Birthday special: वो खिलाडी़ जिसे विश्व क्रिकेटर लिटिल मास्टर कहता है
जयपुर( स्पोर्ट्स डेस्क) पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर अपना बर्थडे मना रहे हैं । गावस्कर का जन्म 10 जुलाई 1949को हुआ था। सुनील गावस्कर ने अपने टेस्ट करियर में 34शतक लगाए हैं साथ ही 10 हजार से ज्यादा रन बनाए, पर क्या आपको पता है कि अगर उनके चाचा नारायण मौसेरकर ना होते, तो गावस्कर क्रिकेटर नहीं मछुवारे होते।
दरअसल बताया जाता है कि गावस्कर के जन्म के बाद उनके रिश्तेदार और परिजन अस्पताल देखने पहुंचे , गावस्कर के कान के पास छोटा छेद है, इसे उनके चाचा मौसेरकर ने देख लिया था गावस्कर के चाचा जब अगले दिन फिर अपने नन्हें भतीजे से मिलने आए और उसे गोद में उठाकर खिलाने लगे तो अचानक चौंक गए, क्योंकि उनके गोद में जो बच्चा था उसके कान के पास छेद नहीं था। इसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को इस बात की सूचना दी । जब बच्चे को ढ़ूढ़ा गया थोड़ ही देर बाद पास वाले कमरे में कान के पास छेद वाला बच्चा मिल गया।मामले की पड़ताल के बाद पता चला कि नर्स की गलती की वजह से सनी को एक मछुआरे की पत्नि के पास सुला दिया गया था। और इसलिए सुनील गावस्कर के चाचा उस वक्त इतनी सावधानी नहीं दिखाई होती तो गावस्कर आज क्रिकेटर नहीं मछुआरे होते।गावस्कर के करियर पर गौर किया जाए तो उन्होने 125 टेस्ट मैच की 224 पारियां में 10122 रन बनाए।इस दौरान उनका औसत 51.1 का रहा और उन्होंने 34 शतक और45 अर्धशतक लगाए हैं। वहीं वनडे में 27 अर्धशतक और एक शतक के साथ उनके 108 मैचों में 102 पारियों में 3092 रन हैं। गावस्कर का भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।