Samachar Nama
×

धरती का बढ़ता तापमान, बिगाड़ रहा कॉफी की उत्पादक क्षमता को

जयपुर। समय जैसे—जैसे बढ़ता जा रहा है,पृथ्वी का तापमान भी उसी तेजी बढ़ता जा रहा है। आपकों तो पता होगा ही बढ़ते तापमान के कारण धरती के ध्रुव तेजी से पिघल रहे हैं। अगर आपकों मालूम हो तो ये हमारी फूड चेन को भी प्रभावित कर रहा है। इन सभी सूचनाओं के बीच एक सूचना
धरती का बढ़ता तापमान, बिगाड़ रहा कॉफी की उत्पादक क्षमता को

जयपुर। समय जैसे—जैसे बढ़ता जा रहा है,पृथ्वी का तापमान भी उसी तेजी बढ़ता जा रहा है। आपकों तो पता होगा ही बढ़ते तापमान के कारण धरती के ध्रुव तेजी से पिघल रहे हैं। अगर आपकों मालूम हो तो ये हमारी फूड चेन को भी प्रभावित कर रहा है।

धरती का बढ़ता तापमान, बिगाड़ रहा कॉफी की उत्पादक क्षमता को

इन सभी सूचनाओं के बीच एक सूचना ये भी आई है ​कि बढ़ते तापमान के कारण लगभग सभी देशों में कॉफी की सप्लाई को प्रभावित कर रहा है। इसका पता तापमान से कॉफी के उत्पादन की मात्रा में आई कमी के बाद लग पाया है। इस पर दुनियाभर के वैज्ञानिकों द्वारा अध्ययन किया जा रहा है।

धरती का बढ़ता तापमान, बिगाड़ रहा कॉफी की उत्पादक क्षमता को

एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार अगर तापमान की यही स्थिति रही तो 2050 तक कॉफी की उत्पादक क्षमता में 50 प्रतिशत तक की कमी आयेगी। इसके संबंध में आॅस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की चीफ एक्जेक्यूटिव मॉली हैरिस का कहना है कि​ 2050 तक कॉफी में 50 प्रतिशत की कमी आने के कारण 2080 तक कॉफी किसानों का इसके उत्पादन पर से भरोसा उठ जायेगा।

धरती का बढ़ता तापमान, बिगाड़ रहा कॉफी की उत्पादक क्षमता को

एक रिसर्च के बाद यह बात कही गई कि कॉफी की दो वैरायटी होती है,जिनकी दुनियाभर में ज्यादा मांग होती है। हाल ही में इसकी मांग की 70 प्रतिशत को ही पूरा किया जाता है। यदि ये 50 फीसदी और कम होती है तो अनुमान लगाया जा सकता है कि इसकी कितनी कमी आयेगी।

धरती का बढ़ता तापमान, बिगाड़ रहा कॉफी की उत्पादक क्षमता को

साथ इसका खतरा भी बना रहेगा कि कही इसका अस्तित्व ही खत्म न हो जाये। बताया गया कि इन पर तापमान का असर प्रकार पड़ता है कि कॉफी 23 डिग्री तापमान पर बोई जाती है। अगर इससे अधिक तापमान होता है,तो कॉफी के पौधे जल्दी उगते है और इनमें फल भी जल्दी आते हैं। जिनकी क्वालिटी में काफी गिरावट देखी जाती है।

Share this story