कोरोना दौर में बढ़ती डिस्कोमगूगोलेशन की बीमारी, इन बातों का ध्यान रखकर करें खुद का बचाव
जयपुर।कोरोना संक्रमण के दौर में हमारा शरीर कई प्रकार की घातक बीमारियों का शिकार बनता जा रहा है।जिसमें इस समय लोगो का अधिक इंटरनेट का इस्तेमाल मानसिक रोगों का बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।इस समय इंटनेट के बिना जिंदगी अधूरी दिखाई देती है और यदि किसी कारणवश इंटरनेट का रूकना कई लोगों के लिए निराशा का कारण बन जाता है।
हाल ही में किए गए एक शोध के अनुसार इंटरनेट के ना होने के कारण कई लोगों में मानसिक तनाव अधिक बढ़ जाता है और इससे डिस्कोमगूगोलेशन की बीमारी का खतरा रहता है।मनोवैज्ञानिकों के अनुसार डिस्कोमगूगोलेशन एक तरह का मानसिक अहसास होता है और जब कोई व्यक्ति इंटरनेट को एक्सेस नहीं कर पाता है, तो उसके दिमाग की गतिविधि असाधारण हो जाती है।
यह एक नए तरह का सिंड्रोम है, जो हमारे शरीर के लिए बेहद घातक साबित हो सकता है।इससे मानसिक बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।ऐसे में इंटरनेट की इस बीमारी से खुद का बचाव करना बेहद आवश्यक है।इसके लिए इंटरनेट पर पूरी तरह से निर्भरता की अपनी आदत में बदलाव करें।
इससे इंटरनेट का इस्तेमाल ना कर पाने के कारण हताश होने की समस्या से बच सकते है।आप कोरोना संक्रमण के दौर में मानसिक बीमारियों से बचने के लिए नियमित तौर पर इंटरनेट का इस्तेमाल ना करें और आवश्यक होने पर ही इसका इस्तेमाल करें।
इससे आप इंटरनेट से होने वाली डिस्कोमगूगोलेशन की समस्या से बच सकते है।इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें, ताकि अनावश्यक दबाव से बचा जा सके और साथ प्रतिदिन ध्यान योग का अभ्यास अवश्य करें।