गर्भाधारण करने वाले हार्मोन की बढ़ती कमी को इस प्रकार करे दूर
जयपुर।उचित खानपान का ध्यान ना रख पान के कारण महिलाओं में गर्भधारण करने की क्षमता कमजोरी होती जा रही है और इसका प्रमुख कारण महिलाओं में गर्भधारण से संबंधित एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी को माना गया है। महिलाओं में इस हर्मोन की कमी के कारण पीरियड्स अनियमित हो जाते है और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है साथ महिलाओं में बांझपन की समस्या भी बन जाती है।महिलाओं में थाइराइड और ओवरीज की समस्या होने पर एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होने के ज्यादा संभावना बन जाती है।
इसके अलावा महिलाओं में यह समस्या कई बार आनुवांशिक भी पाई जाती है।इसके अलावा अधिक एक्सराइज करना, कीमोथेरेपी और पिट्यूटरी ग्रंथि की कार्य क्षमता धीमी होना भी इसका प्रमुख कारण माने गए है।
एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होने पर महिलाओं में पीरियड्स के दौरान अधिक खून आना और टाइम में परिवर्तन, भूख की कमी, अनिंद्रा की समस्या और मानसिक तनाव, डिप्रेशन आदि लक्षण दिखाई देते है।महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी की वजह से गर्भधारण ना कर पाने की समस्या बन जाती है।
इसलिए प्रतिदिन हर्बल चाय का नियमित रूप से सेवन करके शरीर में एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ाया जा सकता है।इसके अलावा महिलाओं को एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ाने के लिए अपने खानपान में अलसी के बीज, तिल, कद्दू के बीज आदि को शामिल करना आवश्यक होता है।
इसके साथ एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल को बढ़ाने के लिए डाइट में खजूर, प्रून, खुबानी, पिस्ता और अखरोट आदि ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना भी महिलाओं के लिए लाभदायक होता है इससे उनके मां बनने की संभावना बढ़ जाती है।