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बारिश के मोसम में आपको भी हो सकती है फोलिक्युलाइटिस की बीमारी है एक तरह का इन्फेक्शन

जयपुर । बारिश के मौसम में हर तरफ नमी ही बनी रहती है ज़्यादातर ऐसा होता है की उमस और पसीने के साथ साथ बारिश की पानी की बुँदे भी हमको नमी में रहने पर ही मजबूर करती है । हर जगह AC कूलर होना तो जरूरी नहीं है ना ऐसे में स्किन पर नमी
बारिश के मोसम में आपको भी हो सकती है फोलिक्युलाइटिस की बीमारी है एक तरह का इन्फेक्शन

जयपुर । बारिश के मौसम में हर तरफ नमी ही बनी रहती है ज़्यादातर ऐसा होता है की उमस और पसीने के साथ साथ बारिश की पानी की बुँदे भी हमको नमी में रहने पर ही मजबूर करती है । हर जगह AC कूलर होना तो जरूरी नहीं है ना ऐसे में स्किन पर नमी का बने ही रहना बहुत ही आम बात हो जाती है । स्किन पर बनी रहने वाली लगातार नमी हमारे लिए इन्फेक्शन का कारण बन जाती है ।

बारिश के मोसम में आपको भी हो सकती है फोलिक्युलाइटिस की बीमारी है एक तरह का इन्फेक्शन

इसलिए इस बारिश के मौसम को बीमारियों का मौसम भी कहा जाता है । आज हम आपको इस नमी के कारण होने वाली एज्क ऐसे बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं जो भले ही जानलेवा नहीं है । पर एक जगह हो जाये तो पूरे शरीर में फैलना उयर आपके साथ रहने वाले लोगों को भी इस बीमारी के हो जाने का खतरा बना ही रहता है आइये जानते हैं क्या है वह बीमारी । बारिश के मोसम में आपको भी हो सकती है फोलिक्युलाइटिस की बीमारी है एक तरह का इन्फेक्शन
यह बीमारी है फोलिक्युलाइटिस । यह बीमारी स्किन पर होने वाला ए तरह का इन्फेक्शन है । यह आपके स्किन में ऐसे ही नहीं होता बल्कि यह बालों के रोम में होता है । इसकी शुरुआत स्किन पर बालों की जड़ों से होती है । यह लाल रंग के दाने से लेकर सफ़ेद पास भरे दानों तक दर्द भरा और खुजली की परेशानी वाला हो सकता है । बारिश के मोसम में आपको भी हो सकती है फोलिक्युलाइटिस की बीमारी है एक तरह का इन्फेक्शन
इस बीमारी में शरीर के बालों की रोम में दानों के रूप में शुरू होता है और चालों का रूप ले लेता है । जब पास वाले दाने ठीक नहीं होते हैं तो वह पपड़ीदाल चाले बन जाते हैं । यह एक जगह से दूसरी जगह बहुत जल्द और बहुत आसानी से फैलता है । इन दानों से निकला पास कहीं लग जाये उसमें भी यह दूसरी जगह फेल जाता है ।बारिश के मोसम में आपको भी हो सकती है फोलिक्युलाइटिस की बीमारी है एक तरह का इन्फेक्शन

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