वास्तु के अनुसार जाने तोते की तस्वीर का महत्व
वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में तोते की तस्वीर को लगाते हैं ,तो बच्चों की रुचि पढाई में बढ़ती है और साथ ही साथ ही उनकी याद करने की क्षमता भी बढती है।तोते के बहुत सारे गुण होते हं- प्रेम, वफादारी, लंबी आयु और सौभाग्य का प्रतीक होता है। अगर आप घर में बीमारी, निराशा, दरिद्रता और सुखों का अभाव महसूस कर रहे हैं तो तोते का चित्र या मूर्ति घर में स्थापित करें। ऐसा करने से आपको कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
पति और पत्नी में प्रेम संबंध स्थापित करने के लिए भी वास्तु-फेंगशुई के अनुसार तोते के जोड़े को स्थापित किया जाता है।फेंगशुई के अनुसार तोता 5 तत्वों का संतुलन स्थापित करने में मददगार साबित होता है। तोते के रंग-बिरंगे पंख वास्तव में पृथ्वी, अग्नि, जल, लकड़ी और धातु के प्रतीक हैं। अगर घर में इनमें से किसी भी तत्व की कमी है, तो वह इससे दूर हो जाती है।
तोता सौभाग्य की वृद्धि करता है। अगर आप घर में बीमारी, निराशा, दरिद्रता और सुखों का अभाव महसूस कर रहे हैं तो तोता घर में स्थापित करें।दरअसल, तोतों में यह क्षमता है कि वो जो भी सुनते हैं उसे आसानी से याद कर लेते हैं और उसे वे मन ही मन या बोलकर दोहराते रहते हैं।यदि आपके घर में गाली-गलौच या झगड़े चलते हैं तो वह भी इसी प्रकार का व्यवहार करेगा। इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का स्थायी निर्माण हो जाएगा। इस तरह तोता पालना कई मामलों में शुभ भी है और अशुभ भी।इसीलिए तोते को पालने का जगह तोते का चित्र अथवा मूर्ति रखनी चाहिए।