Samachar Nama
×

देर रात तक जागने वालों, यह बात जानकर अब नहीं जाग पाओगे

जयपुर। अक्सर कुछ लोग रातों में देर तक जागते हैं। सोने के वक्त पर सोते नहीं है, फिर दोपहर तक सोते रहते है। ऐसे लोग सुबह देर से उठते हैं, साथ ही उनका शरीर काफी थका हुआ रहता है। अगर आप भी निशाचर की तरह रातों को जागते हैं और सुबह देर तक उठते हैं
देर रात तक जागने वालों, यह बात जानकर अब नहीं जाग पाओगे

जयपुर। अक्सर कुछ लोग रातों में देर तक जागते हैं। सोने के वक्त पर सोते नहीं है, फिर दोपहर तक सोते रहते है। ऐसे लोग सुबह देर से उठते हैं, साथ ही उनका शरीर काफी थका हुआ रहता है। अगर आप भी निशाचर की तरह रातों को जागते हैं और सुबह देर तक उठते हैं तो नींद से जाग जाइए क्योंकि ऐसा करना आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।देर रात तक जागने वालों, यह बात जानकर अब नहीं जाग पाओगे

ताजतरीन अध्ययन से यह बात सामने आई है। ऐसे लोगो की मौत काफी जल्दी होती है। साथ ही जो लोग रात को जल्दी सोते हैं और सुबह सूर्योदय के पहले उठ जाते हैं वो ज्यादा जीते हैं। हम आपको बता दे कि यह अध्ययन ब्रिटेन में करीब 5 लाख लोगों पर किया गया है। इस शोध में यह पाया गया है कि देर रात तक जागने और सुबह देर से उठने की वजह से मौत का खतरा 10 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इस शोध के नतीजे दी जर्नल क्रोनोबायोलॉजी इंटरनेशनल नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं।

देर रात तक जागने वालों, यह बात जानकर अब नहीं जाग पाओगे

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने देर रात तक जगने वाले लोगों के स्वास्थय पर गहनता से अध्ययन किया था। शोध के परिणाम बताते है कि पिछले छह सालों में निशाचरों के मरने की संख्या में 10 प्रतिशत वृद्धि देखी गई। जबकि जल्दी सोने और जल्दी उठने वाले लोगों की सेहत काफी अच्छी पाई गई। अक्सर लोग आधुनिकता का दावा करने की होड़ में देर रात तक पार्टी करते हुए रात के तीसरे पहर में सोते है। ऐसे में सुबह काफी देर से उठते हैं। साथ ही जब वो उठते है तो थकान महसूस करते हैं।देर रात तक जागने वालों, यह बात जानकर अब नहीं जाग पाओगे

तो अगर आप भी यह रात्रि जागरण का शौक रखते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह आपकी जान भी ले सकता है। सो जल्दी सोए और अपनी उम्र में इजाफा पाए। क्योंकि रात को जगने से आपको शरीर की जैविक घड़ी गड़बड़ा जाती है। देर तक उठने से शरीर की जरूरी प्रक्रियाएं भी बाधित होती हैं। ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी ने इस बारे में कई अहम तथ्य जुटाए हैं। अब यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य का मसला बन चुका है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है।

Share this story