अगर किसी का नाम याद नहीं रहता है, तो अपनायें इस तरीके को
जयपुर। सभी मनुष्य की बनावट भले ही एक जैसी हो पर मनुष्य की याददाश्त सभी की अलग—अलग होती है। कहा जाता है कि कोई मनुष्य ऐसा होता है जिसे कई वर्षों की बाते याद रह जाती है और कई ऐसे भी लोग होते हैं, जिन्हे सुबह का भी ढंग से याद नहीं रहता है।
अक्सर कभी आपने देखा होगा या आपके साथ ऐसा हुआ होगा कि आप किसी व्यक्ति से मिले। अगर उसी व्यक्ति से आपकी दोबारा मुलाकात हो जाती है, तो आप उसके बारे में सोचने लग जाते है कि इसका नाम क्या था, इसस कहा मिले थे आदि।
फिर आपने उसका नाम याद करने की सोची और उसका नाम याद नही आने पर आपकों अपने आप गुस्सा आने लगता है। वैज्ञानिकों ने इस समस्या को समझने के लिए कम्प्युटर का उदाहरण दिया है, उन्होंने कहा है हमारा दिमाग कम्प्युटर की तरह अलग—अलग फोल्डर बना कर याद नहीं कर सकता है।
इससे जुड़ी बात ये है कि हमारा दिमाग अलग फोल्डर तो नहीं बना सकता है लेकिन वो उसी बात से जुड़ी अलग— अलग बातों को जोड़कर पूरी बात बना सकता है। इस कड़ी के माध्यम से आप पूरी बात तो जान सकते है लेकिन व्यक्ति नाम ऐसी चीज होती है, जो ऐसे कड़ी जोड़ने से भी याद नहीं आता है।
इसके लिए हमारी याददाश्त का पॉवरफुल होना जरूरी होता है। लेकिन नाम को याद रखने के लिए वैज्ञानिकों ने एक सलाह दी है कि आपकों किसी के भी नाम के ऐसे नाम या चीज से जोड़ लेना चाहिए जो आपकी दिनचर्या में शामिल हो, ऐसी परिस्थिति में ये तरीका काम का सिद्ध हो सकता है।