डिजिटल उपकरणों का अंधेरे में उपयोग भी हो सकता है, अंधेपन का कारण
जयपुर। अक्सर हमारे साथ ऐसा होता है कि हम रात को रोशनी में मोबाइल, कम्यूटर या टीवी देखना पसंद नहीं करते है। हम सोचते है कि अंधेरे में देखने पर ये साफ दिखाई देते है। मगर ऐसा कुछ नही होता है।
बल्कि इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। आपने कभी देखा होगा कि अंधेरे में मोबाईल को देखते रहने पर एक नीली रोशनी सी नकलती है। वैज्ञानिक इस रोशनी के बारे में बताते है कि ये रोशनी मानव शरीर के लिए बेहद ही खतरनाक साबित होती है।
वैज्ञानिकों ने तो यहा तक भी कह दिया है कि इन डिजिटल उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी आपके स्थायी अंधेपन का कारण भी बन सकती है। चीन की एक समाचार एजेंसी की रिपोट के मुताबिक यह खुलासा किया गया है कि जो लोग इन उपकरणों की नीली रोशनी के संपर्क में ज्यादा समय तक रहते हैं, वो लोग अक्सर अंधेपन का शिकार होते हैं।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी आॅफ टोलेडो में किये गये शोध के बाद सामने आया है कि नीला प्रकाश देखने से आंखों की प्रकाश के लिए संवेदनशील कोशिकाओं में संवेदनशील अणु उत्पन्न हो जाते हैं, जो धब्बेदार अपघटन का कारण बन सकता है। अमेरिका की एक रिपोर्ट के अनुसार ये नीली रोशनी अमेरिका के अंधेपन के कारणों में शुमार हो गई है।
चाहे डिजिटल विकास कितना ही क्यों न हो गया हो लेकिन इनका दुष्प्रभाव भी उतना ही बढ़ता जा रहा है। चाहे काम करना आपकी मजबूरी ही क्यों न हो आपको इसके खतरों से बचकर ही रहना चाहिए।