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इंसान और सूअर के जीन्स को मिली कर बनाई जा रही संकर प्रजाति

जयपुर। वैज्ञानिक तकनीक की मदद से की तरह की शोध कर रहे हैं। जीवों के बारे में जानकारी हासिल कर उन पर कई तरह के एक्सपेरीमेंट करते हैं। इसी तरह से वैज्ञानिक मनुष्य तथा अन्य प्रजातियों के मध्य आनुवांशिक परिवर्तन करके कई नई संकर प्रजातियों का विकास करने में जुटे हुए हैं। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के
इंसान और सूअर के जीन्स को मिली कर बनाई जा रही संकर प्रजाति

जयपुर। वैज्ञानिक तकनीक की मदद से की तरह की शोध कर रहे हैं। जीवों के बारे में जानकारी हासिल कर उन पर कई तरह के एक्सपेरीमेंट करते हैं। इसी तरह से वैज्ञानिक मनुष्य तथा अन्य प्रजातियों के मध्य आनुवांशिक परिवर्तन करके कई नई संकर प्रजातियों का विकास करने में जुटे हुए हैं। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता डेविस ने इस दिशा में काम करते हुए एक चौंकाने शोध किया है। जी हां इन्होंने मनुष्य की स्टेम सेल को सूअर में इंजेक्ट करके मानव-शूकर भ्रूण विकसित किया है।इंसान और सूअर के जीन्स को मिली कर बनाई जा रही संकर प्रजाति

बताया जा रहा है कि इसके सफल होने से कई संकर प्रजातियों का विकास किया जा सकता है। आपको पहले ही जानकारी दे दे कि इस शोध का मुख्य लक्ष्य सूअर की तरह दिखने वाले इंसान बनाना नहीं है, बल्कि इस तकनीक के द्वारा अंगों के प्रत्यारोपण में आने वाली समस्याओं को दूर करना हैं तो इस बात को आप आपने दिमाग से निकाल दे कि इससे सूअर और इंसान एक प्रजाति दुनिया होगी। लेकिन हर सिक्के के हो पहलू होते हो तो इस इस शोध का दूसरा पहलू ये है कि यह शोध शुरू से ही विवादित रहा है। इस शोध के लिए विश्व में कड़ी प्रतिक्रियाएं दी गई हैं। कई लोग इसे नैतिक मूल्यों का उल्लंघन मान रहे हैं और दुसरी ओर दार्शनिक इसे कुदरत के खिलाफ मनुष्य की बग़ावत की संज्ञा दे रहे हैं।इंसान और सूअर के जीन्स को मिली कर बनाई जा रही संकर प्रजाति

कई विपक्षी मान रहे है कि ये शोध प्रकृति के नियमों के साथ छेड़-छाड़ करने जैसा है। लेकिन वैज्ञानिक इन बातों को इग्नोर करते हुए इसे मानवीय अंगों के प्रत्यारोपण से जोड़कर देख रहा है। शोधकर्ताओं ने इसके बारे में बताया है कि यह प्रयोग आनुवांशिक संपादन करने वाले टूल क्रिस्पर (क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शॉर्ट पैलिंड्रोमिक रिपीट्स) पर आधारित है। इस तकनीक में एक पिग के भ्रूण में मानवीय स्टेम कोशिकाएं इंजेक्ट की जाती हैं जिससे की जेनेटिक संपादन के बाद यह टूल मिश्रित गुणों पर आधारित अंगों का निर्माण करता है।इंसान और सूअर के जीन्स को मिली कर बनाई जा रही संकर प्रजाति

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