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हबल दूरबीन ने खोजा सबसे दूर स्थित तारा, नासा को मिली नई सफलता

जयपुर। हाल ही में नासा की हबल अंतरिक्ष दूरबीन ने अभी तक का सबसे दूर स्थित तारा खोज निकाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ब्रह्मांड के बीचों बीच में स्थित नीले रंग के इस विशालकाय तारे का नाम इकारस है। यह तारा धरती से इतनी दूर स्थित है कि इसके प्रकाश को
हबल दूरबीन ने खोजा सबसे दूर स्थित तारा, नासा को मिली नई सफलता

जयपुर। हाल ही में नासा की हबल अंतरिक्ष दूरबीन ने अभी तक का सबसे दूर स्थित तारा खोज निकाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ब्रह्मांड के बीचों बीच में स्थित नीले रंग के इस विशालकाय तारे का नाम इकारस है। यह तारा धरती से इतनी दूर स्थित है कि इसके प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 9 अरब साल लग सकते हैं।

हबल दूरबीन ने खोजा सबसे दूर स्थित तारा, नासा को मिली नई सफलता

आपको बता दे कि हबल को दुनिया की सबसे बड़ी अंतरिक्ष दूरबीन के नाम से भी जाना जाता है। इस शक्तिशाली दूरबीन से भी यह सुदूर स्थित तारा काफी धुंधला दिखाई देता है। वैज्ञानिकों की माने तो इस धुंधलेपन का कारण ग्रैविटेशनल लेनसिंग नामक प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया में तारों की धुंधली चमक को और भी तेज कर दिया जाता है। हालांकि इस नए तारे से ब्रह्मांड के कई रहस्य उजागर हो पाएंगे।

हबल दूरबीन ने खोजा सबसे दूर स्थित तारा, नासा को मिली नई सफलता

बर्केले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया में इस तारे के बारे में शोध किया गया है। शोध का नेतृत्व करने वाले मुख्य खगोलविज्ञानी पैट्रिक केली बताते है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब हमने एक विशाल और तन्हा तारा देखा है। हालांकि ब्रह्मांड में आप कई आकाशगंगाओं को देख सकते हैं लेकिन यह तारा अब तक ज्ञात तारों से कम से कम 100 गुना अधिक दूरी पर स्थित है।

हबल दूरबीन ने खोजा सबसे दूर स्थित तारा, नासा को मिली नई सफलता

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