Samachar Nama
×

जानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म

श्राद्ध कर्म तीर्थ में करने से अधिक फल मनुष्य को प्राप्त होता हैं मगर आप तीर्थ नहीं जा सकते हैं तो घर पर रहकर भी पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं धार्मिक ग्रंथों में ऐसा कहा गया हैं कि पितृपक्ष में अपने पितरों के निमित्त सामर्थ्य के अनुरूप पूरी विधि विधान से श्राद्ध करने वाले कि सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं वही घर परिवार में शांति बनी रहती हैं
जानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म

पितृपक्ष की शुरूवात हो चुकी हैं वही हिंदू धर्म में पितृपक्ष को खास महत्व दिया जाता हैं वही पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म का ​विशेष महत्व होता हैं वैसे तो यह मान्यता हैं कि इन दिनों श्राद्ध कर्म तीर्थ में करने से अधिक फल मनुष्य को प्राप्त होता हैं मगर आप तीर्थ नहीं जा सकते हैं तो घर पर रहकर भी पितरों को प्रसन्न कर सकते हैंजानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म धार्मिक ग्रंथों में ऐसा कहा गया हैं कि पितृपक्ष में अपने पितरों के निमित्त सामर्थ्य के अनुरूप पूरी विधि विधान से श्राद्ध करने वाले कि सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं वही घर परिवार में शांति बनी रहती हैं व्यवसाय और आजीविका में भी उन्नति मिलती हैं हर तरह की रुकावटें समाप्त हो जाती हैं। वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि घर में रहकर किस तरह से श्राद्ध कर्म किया जा सकता हैं, तो आइए जानते हैं।जानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म

जानिए घर पर रहकर कैसे करें श्राद्ध कर्म—
श्राद्ध तिथि पर दिन तक श्राद्ध कर्म कर लेना चाहिए। वही सुबह स्नान के बाद घर की साफ सफाई करें गंगाजल और गौमूत्र को पूरे घर में छिड़के। वही दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके और बांए पैर को मोड़कर बैठ जाएं। वही इसके बाद तांबे के बर्तन में तिल, दूध, गंगाजल और पानी रख लें।जानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म उस जल को हाथों में लेकर सीधे हाथ के अंगूठे से उसी बत्रन में गिरा दें। पितरों का ध्या करते हुए लगातार 11 बार करें। वही घर के आंगन में रंगोली बनाने कि प्रथा भी हैं महिलाएं पितरों के लिए भोजन बनाएं। ब्राह्मण को न्यौता देकर बुलाएं। निमंत्रित ब्राह्मण के पैर धोकर उन्हें भोजन करवाएं और इस सयम पर पत्नी को दाहिनी और होना चाहिए।जानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म

श्राद्ध कर्म तीर्थ में करने से अधिक फल मनुष्य को प्राप्त होता हैं मगर आप तीर्थ नहीं जा सकते हैं तो घर पर रहकर भी पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं धार्मिक ग्रंथों में ऐसा कहा गया हैं कि पितृपक्ष में अपने पितरों के निमित्त सामर्थ्य के अनुरूप पूरी विधि विधान से श्राद्ध करने वाले कि सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं वही घर परिवार में शांति बनी रहती हैं जानिए घर बैठे कैसे विधि​ पूर्वक करें श्राद्ध कर्म

Share this story