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जानिए कैसे पता लगाएं कि हमे कितना दर्द हो रहा है?

हम सभी ने कभी ना कभी किसी तरह का दर्द का अनुभव किया है। आजकल तो सभी दर्द में ही जीते हैं। सबको यही सुनते हुए देखा जाता है कि हम बहुत ज्यादा दर्द में है। यह जानना बहुत ही जरूरी है कि पीड़ा या दर्द का होना भी एक स्केल पर देखा जा सकता
जानिए कैसे पता लगाएं कि हमे कितना दर्द हो रहा है?

हम सभी ने कभी ना कभी किसी तरह का दर्द का अनुभव किया है। आजकल तो सभी दर्द में ही जीते हैं। सबको यही सुनते हुए देखा जाता है कि हम बहुत ज्यादा दर्द में है। यह जानना बहुत ही जरूरी है कि पीड़ा या दर्द का होना भी एक स्केल पर देखा जा सकता है। किसी कट का लगना,  और फिर गहन दर्द होना, या फिर गुर्दे के बदलने से होने वाला दर्द, सारे दर्द अलग-अलग सीमा के अंदर ही महसूस किए जा सकते हैं। लेकिन आप वास्तव में कितने दर्द का अनुभव कर रहे हैं? क्या यह इस दर्द को दूर करने के लिए आपको किसी टेबलेट की आवश्यकता है? क्या दर्द एक घंटे चलेगा या महीनों तक जारी रहेगा? आइए आपके सभी सवालों के जवाब देते हैं।

दर्द सभी व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकता है। ज्यादातर महिलाएं इस मामले में अधिक संवेदनशील होती हैं। उदाहरण के लिए, ज्यादातर लोग अपने शरीर के कुछ हिस्सों का दर्द सहन करने में सक्षम होते हैं।

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दर्द भी विभिन्न तरह के हो सकते हैं, और किसी प्रकार का दर्द तीव्र (अचानक और अल्पावधि) या पुराना (चल रहा) हो सकता है। शोधकर्ताओं ने दशकों से इसे मापने के लिए विश्वसनीय तरीके अपनाने की कोशिश की है। 1940 के दशक में, चिकित्सा वैज्ञानिकों ने “डोल” नामक एक माप की इकाई बनाई, जिसको आपके हाथ पर लगाकर उसमें होने वाले परिवर्तन को देखा जा सकता है।

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डॉल की इस अवधारणा को आखिरकार एक उपकरण के माध्यम से लागू किया गया था, जिसे डॉलोरिमीटर कहा जाता है। यह तंत्र रोगी की त्वचा की उत्तेजना या गर्मी पर लागू होता है और उसकी प्रतिक्रिया को मापता है। एक अधिक आधुनिक उपकरण जिसे एक पाल्पोमीटर के रूप में जाना जाता है,  वो भी इसी मॉडल का अनुसरण करता है।

बेशक, आज के समय में तो सबसे लोकप्रिय दर्द को मापने का तरीका रोगी स्वयं रिपोर्टिंग के माध्यम से कर सकता है। अस्पताल और चिकित्सक कार्यालय एक दर्द को पहचानने का चार्ट बनाकर उसे उपयोग करते हैं जिससे लोगों को एक से 10 के स्केल पर उनके दर्द का आंकलन करने में मदद मिलती है।

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