देवउठनी से देवशयनी तक शादी के लिए मिलेंगे शुभ मुहूर्त
देवउठनी एकादशी 19 नवंबर को मनाई जायेगी। देवउठनी एकादशी के बाद से सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जायेंगे। आमतौर पर देवउठनी एकादशी के बाद विवाह जैसे शुभ कार्य आरम्भ होने लगते हैं। मगर इस बार देवोत्थान एकादशी के बाद शुभ विवाह का कोई भी मुहूर्त नहीं बन रहा हैं।
जानिए शुभ मुहूर्त न होने का कारण—
हिंदू परंपरा में देवोत्थान एकादशी के बाद ही मांगलिक कार्य एवं विवाह करने की परंपरा हैं। देवोत्थान एकादशी से लेकर 15 दिसंबर के बीच में हर साल विवाह के मुहूर्त रहते हैं। लेकिन इस साल गुरु के अस्त होने की वजह से 14 जनवरी 2019 तक विवाह के मुहूर्त नहीं हैं।
13 नवंबर 2018 को अपराहन 15:53 बजे गुरु अस्त हो चुके हैं,और 7 दिसंबर 2018 को प्रात: 10:05 तक गुरु अस्त रहेंगे। गुरु अस्त होने से तीन दिन पूर्व गुरुत्व दोष आरंभ हो जाता हैं। एवं उदय होने के तीन दिन पश्चात तक गुरुत्व दोष बना रहता हैं। अत: उपराक्त समय में अर्थात 10 नवंबर से 10 दिसंबर 2018 के मध्य कोई भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह,उपनयन संस्कार व मुण्डन संस्कार आदि से संबंधित कोई भी मांगलिक कार्य करना ज्योतिष के मुताबिक वर्जित हैं।
10 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच केवल 11 दिसंबर को एक शुभ नक्षत्र उत्तराषाढ़ा मिल रहा हैं,जो विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त तो हैं मगर शुभ तिथि और शुभ योग के अभाव में 11 दिसंबर को भी विवाह का मुहूर्त नहीं हैं। वही 16 दिसंबर से 14 जनवरी के मध्य सूर्य का धनु राशि में होना खरमास का वक्त माना जाता हैं। जिसके अंतर्गत कोई भी मांगलिक कार्य वर्जित हैं।
वही 12 जुलाई 2019 को देव शयनी एकादशी होगी। इस दिन से चातुर्मास शुरू हो जाने के कारण विवाह नहीं हो पाएंगे।
देवउठनी से देवशयनी 2019 तक विवाह के शुभ मुहूर्त—
- जनवरी – 17,18, 22, 23 , 25, 26 ,27 ,28 , 29 और 30
- फरवरी- 9,10, 14,19, 21 ,22 ,25 और 26
- मार्च – 7, 8 ,9 और 13
- अप्रैल – 16, 17, 18, 19, 20, 22, 23, 24, 25 और 26
- मई – 2, 6, 7 ,8, 12,14, 15, 17,19, 21, 23, 28, 29 और 30
- जून – 8, 9, 10, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 25 और 26
- जुलाई – 6 , 7 ,10 , 11