अर्थराइटिस की बीमारी को ठीक करने में रामबाण होता है जड़ी बूटियों का से
जयपुर । आर्थराइटिस यह बीमारी हड्डी कसे संबंध रखती है । यह ऑटो इम्यून डीजीज भी इकहलती है । यह बीमारी कोई ऐसी वैसी बीमारी नहीं है बल्कि यह बीमारी हड्डियों को खराब कर देने वाली बीमारी का नाम है ।
इस बीमारी के रोगी के हालात यहहों जाते हैं की वह चाय का कप्ब उठगाने तक में परेशानी का अनुभव करता है । उठनेव बैठे में तकलीफ होने लगती है । कई बार तो क्यहलने तक में करठिनाई का अनुभव होता है । ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं की कैसे आप इस परेशानी से मात्र कुछ चीजों के सेवन से इस बीमारी में राहत पा सकते हैं ।
मुलेठी में ग्लाइसिराइजिन नामक कंपाउड होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। यह शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं। साथ ही सूजन बढ़ाने वाले एंजाइम के उत्पादन को बाधित करते हैं। मुलेठी का सेवन पाउडर, जेल कई तरह से किया जा सकता है।
अर्थराइटिस को दूर करने में नेटल्स बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के साथ कई पोषक तत्व भी होते हैं जो अर्थराइटिस के दर्द को कम करने के साथ हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती है। नेटल्स को त्वचा पर लगाया जाता है जिसकी मदद से दर्द और सूजन कम करने में मिलती है।
यूकिमिया चीन में इस्तेमाल की जाने वाली दवाई है जिससे कूल्हे और जोड़ों में दर्द दूर करने में मदद करता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही चोट की वजह से नुकसान पहुंचे ऊतकों को भी ठीक किया जा सकता है।