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Health tips:बच्चों में बढ़ती अर्थराइटिस बीमारी, आप इन लक्षणों का ध्यान रखकर करें बचाव

जयपुर।आज अर्थराइटिस या गठिया रोग की बीमारी बुजुर्गो में अधिक होने वाली घातक बीमारी है।इस बीमारी के कारण चलने—फिरने में समस्या होने के साथ हड्डियों के कमजोर होने और टूटने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।वहीं आज अर्थराइटिस की समस्या बच्चों में बढ़ती दिखाई दे रहीं है।बच्चों में अर्थराइटिस की बीमारी के बढ़ने के
Health tips:बच्चों में बढ़ती अर्थराइटिस बीमारी, आप इन लक्षणों का ध्यान रखकर करें बचाव

जयपुर।आज अर्थराइटिस या गठिया रोग की बीमारी बुजुर्गो में अधिक होने वाली घातक बीमारी है।इस बीमारी के कारण चलने—फिरने में समस्या होने के साथ हड्डियों के कमजोर होने और टूटने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।वहीं आज अर्थराइटिस की समस्या बच्चों में बढ़ती दिखाई दे रहीं है।बच्चों में अर्थराइटिस की बीमारी के बढ़ने के कुछ लक्षण दिखाई देते है, जिनका ध्यान रखकर आप आप बच्चों का समय पर इलाज करवा कर इस बीमारी से दूर रख सकते है।

छोटे बच्चों में इस अ​र्थराइटिस का रहता खतरा—
छोटे बच्चों और किशोरावस्था में होने वाले अर्थराइटिस को जुवेनाइल इडियोपैथिक आर्थराइटिस कहते हैं। यह समस्या ऑटोइम्यून डिसीज है, जिसमें शरीर के व्हाइट ब्लड सेल्स अपने ही शरीर के नुकसान पहुंचने लगते है।स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में अर्थराइटिस की बीमारी अनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है।

बच्चों में अर्थराइटिस आप इन लक्षणों का रखें ध्यान—
1. बच्चा के शरीर में सुबह उठने पर जोड़ों में दर्द और अकड़न महसूस होना, बच्चों में अर्थराइटिस की बीमारी का लक्षण होता है।
2.बच्चों के ज्वाइंट के आसपास सूजन दिखाई देना और इस समस्या के बढ़ने के साथ दर्द होना बच्चों में गठिया रोग का लक्षण हो सकता है।
3. बच्चों में हमेशा आंखों में दर्द की शिकायत और आंखे लाल-लाल दिखना भी बच्चों में होने वाले अर्थराइटिस की समस्या का लक्षण होता है।
4.बच्चे को बार-बार बुखार आना अर्थराइटिस का लक्षणों हो सकता है।इसके अलावा बच्चों के शरीर का अचानक से वजन कम होना भी बच्चों में होने वाले जुवेनाइल अर्थराइटिस के लक्षण हो सकता हैं।ऐसे में आप बच्चों इस घातक बीमारी के साथ अन्य बीमारियों से दूर रखने के लिए शरीर में होने वाले इन लक्षणों के दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।

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