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Health tips:डायबिटीज का बढ़ता खतरा, आप इन आसान उपायों से करें इसे नियंत्रित

जयपुर।आज के समय में डायबिटीज की बीमारी का खतरा लगात्तार बढ़ता जा रहा है।डायबिटीज की बीमारी चयापचय रोगों का एक समूह है जो शरीर में ब्लड शुगर के स्तर के अनियंत्रित होने और अग्न्याशय द्वारा इंसुलिन के अपर्याप्त उत्पादन के कारण बढ़ने लगता है।अभी तक डायबिटीज का कोई इलाज नही है केवल ब्लड शुगर को
Health tips:डायबिटीज का बढ़ता खतरा, आप इन आसान उपायों से करें इसे नियंत्रित

जयपुर।आज के समय में डायबिटीज की बीमारी का खतरा लगात्तार बढ़ता जा रहा है।डायबिटीज की बीमारी चयापचय रोगों का एक समूह है जो शरीर में ब्लड शुगर के स्तर के अनियंत्रित होने और अग्न्याशय द्वारा इंसुलिन के अपर्याप्त उत्पादन के कारण बढ़ने लगता है।अभी तक डायबिटीज का कोई इलाज नही है केवल ब्लड शुगर को नियंत्रित रखकर ही डायबिटीज को कट्रोल में रख जा सकता है।

डायबिटीज के प्रकार—
हमारे शरीर में टाइप-1 डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी का शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है। यह आमतौर पर बचपन या किशोरावस्था में विकसित होता है, लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है। दूसरी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की कोशिकाएं उत्पादित इंसुलिन का जवाब देने में विफल हो जाती हैं। इसे टाइप -2 डायबिटीज कहा जाता है और दुनिया भर में डायबिटीज के सभी मामलों में लगभग 90 प्रतिशत इसी प्रकार के होते हैं। इन दो प्रकारों के अलावा, एक तीसरा प्रकार, गर्भावधि मधुमेह भी है, जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को प्रभावित करता है।इससे गर्भावती महिलाओं में कई प्रकार के रोगों का खतरा बढ़ जाता है।

इस प्रकार रखें डायबिटीज को नियंत्रित—
तांबा का पानी पीएं—
तांबे के कई स्वास्थ्य लाभ हैं और उनमें से एक है मधुमेह को नियंत्रण में रखना है। हर दिन तांबे का उपचारित पानी पीने से डायबिटीज के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए आप रात को तांबे के बर्तन में पानी रखें और अगली सुबह पानी पी लें। जब शुद्ध तांबे के बर्तन में रात भर पानी जमा रहता है, तो तांबे के छोटे कण पानी में घुल जाते हैं और इस पानी को सेवन करने हमारे शरीर का ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।

स्वस्थ आहार का करें सेवन—
डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें।क्योंकि फाइबर का सेवन से हमारे शरीर का ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित बना रहता है।इसलिए डाइट में पालक, ब्रोकोली, सेब, संतरा जैसे फाइबर युक्त आ​हार का सेवन अधिक करना आवश्यक है।

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