जानिए क्यों सामान्य नवरात्रि से अलग है गुप्त नवरात्रि
आपको बता दें कि आज यानी 25 जनवरी से गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका हैं सामान्यता लोग साल में दो बार आने वाले चैत्र या वासंतिक नवरात्रि और आश्विन या शारदीय नवरात्रि के बारे में ही जानते हैं इसके अलावा भी दो और नवरात्रि पड़ती हैं जिनमें विशेष इच्छाओं की सिद्धि की जाती हैं कम लोगों को इसके बारे में जानकारी होने और इसके पीछे छिपे रहस्यमयी कारणों की वजह से इन्हें गुप्त नवरात्रि कहते हैं। गुप्त नवरात्रि विशेषकर तंत्र मंत्र की साधना के लिए जाना जाता हैं। तो आज हम आपको गुप्त नवरात्रि से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
बता दें कि कुल मिलाकर साल में चार नवरात्रि पड़ती हैं, यह चारों ही नवरात्रि ऋतु परिवर्तन के समय मनाए जाते हैं महाकाल संहिता और तमाम शाक्त ग्रंथों में इन चारां नवरात्रि का महत्व बताया गया हैं। इसमें विशेष तरह की इच्छा की पूर्ति और सिद्धि प्राप्ति करने के लिए पूजा और अनुष्ठान किया जाता हैं वही इस बार माघ महीने के गुप्त नवरात्रि 25 जनवरी से आरंभ होकर 3 फरवरी तक रहेगी।
जानिए क्या है अंतर सामान्य और गुप्त नवरात्रि में—
बता दें कि सामान्य नवरात्रि में आम तौर पर सात्विक और तांत्रिक पूजा दोनों होती हैं मगर गुप्त नवरात्रि में अधिकतर तांत्रिक पूजा की जाती हैं गुप्त नवरात्रि में ज्यादा प्रचार प्रसार नहीं किया जाता हैं बल्कि अपनी साधना को गोपनी रखकर इस पूजा को पूरा किया जाता हैं। गुप्त नवरात्रि में आराधना और मनोकामना जितनी ज्यादा गोपनीय होती हैं सफलता उतनी ही अधिक प्राप्त होती हैं।