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उत्तरी अटलांटिक में व्हेल की संख्या में हुई वृद्दि

जयपुर। आजकल कई तरह के जीव धरती से विलुप्त हो रहे हैं। इनको बचाने के कई उपाय भी किये जा रहे है। इसी तरह से व्हेल भी इसी की कगार पर खड़ी थी, लेकिन खूशी की बात तो ये है उत्तरी अटलांटिक व्हेल की संख्या में बीते कुछ सालों में वृद्दि देखी गई है। यह
उत्तरी अटलांटिक में व्हेल की संख्या में हुई वृद्दि

जयपुर। आजकल कई तरह के जीव धरती से विलुप्त हो रहे हैं। इनको बचाने के कई उपाय भी किये जा रहे है। इसी तरह से व्हेल भी इसी की कगार पर खड़ी थी, लेकिन खूशी की बात तो ये है उत्तरी अटलांटिक व्हेल की संख्या में बीते कुछ सालों में वृद्दि देखी गई है। यह वृद्धि 270 से 483 तक देखी गई है। वैसे तो ये कोई बहुत बड़ी संख्या नहीं है, पर यह एक अच्छा संकेत है की इनकी संख्या में कुछ तो बढ़ोतरी हो रही है।उत्तरी अटलांटिक में व्हेल की संख्या में हुई वृद्दि

आपको बता दे कि राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) ने इनकी गणना की है। राइट व्हेल इकोलोजी प्रोग्राम के निदेशक ने इसके बारे मे बताया कि व्हेल की गणना का फॉर्मूला येल ई360 कहलाता है। इन्होने बताया कि इस गणना में साधारण कैलकुलेशन यूज करते हैं। इसका फॉर्मुला आपको बता दे कि प्रतिवर्ष पैदा होने वाली व्हेल्स में से मरने वाली व्हेल्स की संख्या को घटा देते हैं तो इससे घटती हुई या बढ़ती हुई संख्या प्राप्त हो जाती है। आपको जानकरी होगी की इस व्हेल की लंबाई तकरीबन 30 मीटर और वजन 190 टन होता है।उत्तरी अटलांटिक में व्हेल की संख्या में हुई वृद्दि

बता दे कि व्हेल्स की संख्या कम होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि पहले सिर्फ 100 व्हेल्स ही प्रजनन के योग्य थी, जो भी छह साल में एक बार बच्चों को जन्म देती है। तो कुछ व्हेल्स तूफान या मानवीय क्रूरता का शिकार हो जाती है तो इन कारणों से इनकी संख्या में कमी आ जाती है। जानकारी के लिए बता दे कि 2017 में 17 व्हेल्स विभिन्न हादसों में मारी गई। इनको बचाने के लिए न्यू इंग्लैंड की मछलीपालन प्रबंधन परिषद ने व्हेल्स को बचाने की मुहिम शुरु की है।उत्तरी अटलांटिक में व्हेल की संख्या में हुई वृद्दि

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