गोविंदा का छलका दर्द कहा, वे मुझे धक्का देकर ऑफिस से निकाल देते थे
एक समय बॉलीवुड के हीरो नंबर वन कहे जाने वाले अभिनेता काफी समय बाद उनकी दो फिल्में लगातार रिलीज हुई है। हालांकि लंबे समय बाद गोविंदा की फिल्म आने के बाद भी कोई खास वापसी नहीं हुई है। गोविंदा की फिल्में फ्राईडे और रंगीला राजा को दर्शकों की तरफ से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली। उनकी दोनों ही फिल्में बॉक्स आॅफिस पर फ्लॉप हो गई। हाल ही में गोविंदा ने नवभारतटाइम्स डॉट कॉम से एक खास बातचीत की। जिसमें उन्होंने बॉलीवुड को लेकर कई तरह के हैरान करने वाले खुलासे किए हैं। इस दौरान गोविंदा ने बताया कि उन्होंने परिवार की जिम्मेदारी होने की वजह से कभी अपने स्टारडम को इंजॉय नहीं किया है। हालांकि अब वह अपनी जिंदगी का यह पड़ाव इंजॉय करना चाहते हैं। इसी दौरान गोविंदा ने बताया कि स्ट्रगल के दौरान तमाम नामचीन निर्देशकों और निर्माताओं ने उन्हें धक्का देकर अपने आॅफिस से बाहर निकाला था। वह कभी भूले नहीं हैं।
गोविंदा बताते हैं कि, मैंने कभी भी अपना स्टारडम इंजॉय नहीं किया, यह मेरी लाइफ की सबसे बड़ी दिक्कत थी। क्योंकि मेरी मम्मी साधू थी तो मेरा दिमाग हमेशा पूजा-पाट में लगा रहता था। अब लगता है कि मुझे अपना स्टारडम इंजॉय करना चाहिए था, थोड़ा सा ड्रिंक करना चाहिए, थोड़ा ऐश करना चाहिए, घूमना-फिरना चाहिए, क्योंकि यह जवानी भी लौट कर नहीं आती है। मुझ पर बड़ी जिम्मेदारियां थी, तो अपने स्टारडम को सेलिब्रेट नहीं कर पाया, या फिर मेरा वैसा नेचर ही हो गया था। मम्मी के साथ रहकर मैं मम्माज बॉय हो गया था, लेकिन अब मैं इंजॉय करना चाहता हूं। अब अगर इंजॉय करूंगा तो पता नहीं लोग क्या कहेंगे।
गोविंदा ने अपने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि, जब मैं स्ट्रगल कर रहा था, तब हर निर्देशक-निर्माता को अप्रोच करता था कि वह मुझे अपनी फिल्म में ले लें। कई बार तो मुझे बड़े नामचीन निर्देशकों और निर्माताओं ने अपने ऑफिस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया था। मुझे जब लोग अपने ऑफिस से धक्का देकर बाहर निकालते थे तब मेरा खूब झगड़ा भी होता था।
गोविंदा आगे कहते हैं कि, कभी-कभी ऐसा लगता है मुझ पर ईश्वर की बड़ी कृपा है, बहुत ज्यादा तकलीफ नहीं आई। स्ट्रगल के दौरान एक बंगाली भाई थे जो मुझे खाना खिलाते थे तो पैसे नहीं लेते थे, जूते वाले एक भाई भी मुझसेपैसे नहीं लेते थे और डांस मास्टर-फाइट मास्टर भी अपनी फीस मुझसे नहीं लेते थे, यह सब भगवान की कृपा ही तो थी।
गोविंदा कहते हैं कि, जब मैं लोगों के ऑफिस में काम मांगने जाता था तो उनको लगता था कि कोई स्ट्रगलर आ गया है, कहीं से। उनके जो काम करने का तरीका था वह कड़क और डांट वाली आवाज का था, मुझे जब वह धमकाकर कुछ कहते तो मैं भी लड़ जाता था तो मैं कहता कि यहां मैं भीख मांगने के लिए नहीं खड़ा हूं, एक थप्पड़ दूंगा तो बात करने की तमीज आ जाएगी। तुझे भगवान ने बड़ा आदमी क्या बना दिया तू तो खुद को ही भगवान समझने लगा है। मैं आपसे काम मांगने आया हूं, काम नहीं है तो प्रेम से कहो, मैं आपके हाथ जोड़ रहा हूं, आपके पैर छू लूंगा, लेकिन ऐसे बदतमीजी से भगाइए नहीं। ऐसे बहुत बार मेरे झगड़े हो जाते थे।
मैंने कभी किसी के साथ बुरा व्यवहार नहीं किया, स्पॉट बॉय को भी कभी कड़क अंदाज में कुछ नहीं बोला। स्पॉट बॉय आपको पानी पिला रहा होता है आप उससे गलत ढंग से बात नहीं कर सकते हैं।
आपको बता दें कि गोविंदा की अगली आने वाली फिल्म का नाम रंगीला राजा है। जो जल्द ही रिलीज होने वाली है। इसमें उनके साथ शक्ति कपूर मुख्य किरदार में नजर आएंगे। जिसका निर्देशन पहलाज निहलानी ने किया है।