केंद्रीय पर्यटन सचिव रश्मि वर्मा ने शुक्रवार को यहां कहा कि सरकार पूर्वोत्तर राज्यों की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है और केंद्रीय गृह मंत्रालय इस संबंध में बहुत ही मददगार है।
उन्होंने कहा, “2016 की तुलना में, पूर्वोत्तर राज्यों में जाने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या पिछले साल 16.7 फीसदी बढ़ी है, जबकि इस क्षेत्र में आने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या में 22.8 फीसदी की वृद्धि हुई है।”
वर्मा ने यह बातें यहां अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट के 7वें संस्करण में कहीं, जिसमें 18 देशों के 52 विदेशी प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार देश की पर्यटन क्षमता के प्रदर्शन के लिए विभिन्न सामाजिक और डिजिटल मीडिया का उपयोग कर रही है।
वर्मा ने कहा कि 5,600 करोड़ रुपये की ‘स्वदेश दर्शन’ योजना के तहत चयनित पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक सुविधाओं के साथ 67 परियोजनाएं लागू की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि 166 देशों के नागरिकों के लिए भारत की पर्यटन क्षमता को उजागर करने के लिए कुछ देशों में रोड शो भी आयोजित किए जा रहे हैं और ई-वीजा सिस्टम भी लागू किया गया है।
वर्मा ने कहा कि उत्तरपूर्वी राज्यों में रेल और सड़क कनेक्टिविटी में काफी सुधार हुआ है। ब्रह्मपुत्र नदी क्रूज और असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के चाय बागान विदेशी और घरेलू दोनों पर्यटकों को आकर्षित करने में सहायक होंगे।
न्यूज स्त्रोत आईएएनएस