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गूगल ने शेक दीन मोहम्मद को याद किया

गूगल अपना नया डूडल बनाके सब को चौकाता रहता है, गूगल प्रतिशिष्ठ व्यक्ति को उसके जन्मदिन व पुण्य तिथि पर उनको याद किया जाता हैं। अब शेक दीन मोहम्मद को गूगल ने डूडल बनाकर याद किया जायेगा। आपको जानकारी के लिए बताते है कि शेक दीन मोहम्मद कौन थे? शेक दीन मोहम्मद एक यात्री और सर्जन
गूगल ने शेक दीन मोहम्मद को याद किया

गूगल अपना नया डूडल बनाके सब को चौकाता रहता है, गूगल प्रतिशिष्ठ व्यक्ति को उसके जन्मदिन व पुण्य तिथि पर उनको याद किया जाता हैं। अब शेक दीन मोहम्मद को गूगल ने डूडल बनाकर याद किया जायेगा। आपको जानकारी के लिए बताते है कि शेक दीन मोहम्मद कौन थे? शेक दीन मोहम्मद एक यात्री और सर्जन थे। 1759 जनवरी में उनका जन्म पटना में हुआ था। भारत व इंग्लैंड के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को बढ़ाने में शेक दीन मोहम्मद का काफी अहम योगदान रहा हैं।गूगल ने शेक दीन मोहम्मद को याद किया

इनके पिता ईस्ट इंडिया कंपनी में कार्य किया करते थे। दस साल की उम्र मे उनके पिता का देहांत हो गया हैं। पिता के गुजर जाने के बाद वह ईस्ट इंडिया में रेजिमेंट सैनिक भी रहे थे। सन् 1794 में आज ही के दिन उन्होंने अपनी पहली अंग्रेजी किताब को भी प्रकाशित किया था। शेक दीन मोहम्मद 1782 में इंग्लैंड आ गए थे। उन्होंने यहां अपना पहला भारतीय रेस्टोरेंट खोला। इंग्लैंड में खोले इस रेस्टोरेंट का नाम था हिंदुस्तान कॉफी हाउस था। गूगल ने शेक दीन मोहम्मद को याद किया

यह रेस्टोरेंट नहीं चला, जिसके कारण 2 साल में ही बंद करना पड़ा था। इसके बाद उसने स्पा खोला था। शेक दीन मोहम्मद ने स्पा में आने वाले लोगों को हर्बल स्टीम देते थे। इस स्पा में चंपी मालिश भी की जाती थी। इस चंपी को शैंपू नाम दिया गया था। कुछ ही वर्षों में शैंपू मालिश यूरोप और ब्रिटेन में लोकप्रिय हो गई थी। इसी वजह से 1822 में किंग जॉर्ज ने शेक दीन मोहम्मद को अपना निजी चंपी सर्जन नियुक्त किया था। सन् 1851 में शेक दीन मोहम्मद की मृत्यु हो गयी थी।गूगल ने शेक दीन मोहम्मद को याद किया

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