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10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है

देश के करोड़ों मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही नई आयुर्वेदिक दवाएं मिल सकेंगी। केंद्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने 36 प्रयोगशालाओं में आयुर्वेद के फामूर्लो से नई दवाएं खोजने का फैसला लिया है। इसके लिए सीएसआईआर ने केंद्रीय आयुष मंत्रालय के साथ करार किया है. इतना ही नही आयुर्वेद में अमेरिका ने भी दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दिया।
 10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है

 

जयपुर ।  आयुर्वेद हमारे देश का वह खजाना है जिसके जरिये आज पूरी दुनिया को स्रजरी का महत्व और तोहफा मिला है । सर्जरी की करने का प्रारूप आयुर्वेद से ही मिलता है । आज हम आपको बताने जा रहे हैं की ऐसे में इस साल हमारे देश का सबसे बड़ा खजाना क्या उपलबधिया हासिल किए हुए हैं । 10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है

आयुर्वेद को साइंस ऑफ लाइफ कहा गया है । इसमे सिर्फ नेचुरल दवाओं के जरिये ही नही बल्कि योग के जरिये और भी कई सारे तरीकों के जरिये हमारी बीमारियों का इलाज़ किया उजाता है आयुर्वेद का फलसफा होता है की वह रोग को जड़ से खत्म कर दे ।

  1. 2017 में आयुर्वेद को नई पहचान मिली । प्रधानमंत्री के द्वारा उस दिन को आयुर्वेद दिवस के रूप से बहुत विशाल रूप में मनाया गया ।
  2. ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च (NICPR) के संयुक्त उपक्रम के रूप में, सेंटर ऑफ इंटीग्रेटिव ऑन्कोलॉजी (CIO) के साथ स्थापित किया गया है। कैंसर की रोकथाम और प्रबंधन के क्षेत्र में एकीकृत अभ्यास का इरादा।वर्ष 2016 में एआईआईए और एनआईसीपीआर के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।कैंसर जागरूकता सप्ताह” के जश्न के दौरान सीआईओ के वेबसाइट लिंक को निदेशक, एआईआईए द्वारा फरवरी, 2018 में लॉन्च किया गया था। 10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है
  3. इसके साथ ही इसको विदेशों मे भी अपनाया गया । 2018 में यह बात सामने आई थी की अब विदेशों में भी आयुर्वेदिक दवाओं को मान्यता मिलेगी । जहां कई एलोपेथिक दवाएं भारत के बाहर बंद हैं वहाँ यह बहुत बड़ी उपलबदधि है की हमारे द्वारा बनाई गई आयुर्वेदिक दवाएं विदेस्शोन में मानिता प्रापट कर वहाँ पर भी बिकने लगी है ।
  4. पहले आयुर्वेदिक दवाओं की जानकारी आसामी से उपलबद्ध नही हो सकती थी । पर अब आयुर्वेद की और लोगों का रुझान बढ़ाने और इस पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए आयुर्वेद ने फ़ैसला लिया की एक क्लिक पार लगभग 700 दवाओं का ब्योरा हमको आसानी से मिल सकता है ।
  5. इसके साथ ही योग दिवस की शुरू आत हुई जो की आयुर्वेद की योग वैध्य की बड़ी उपलबदधिओ में से एक है । यह इंटेरनेशल लेवल पर मानाया जा रहा है । 10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है
  6. गत कुछ वर्षों में आयुर्वेद को नई पहचान मिली आयुवेदिक कई अस्पताल उतार प्रदेश में और कई प्रान्तों में खोले गए ।
  7. मेदनता जैसे बड़े अस्पतालों ने भी आयुर्वेद का लोहा माना और अब मेदनता अस्पताल में आयुर्वेद और एलोपेथिक दोनों पद्धति से इलाज़ एक साथ होगा ।
  8. डेंगू और फाइलेरिया का इलाज़ जहां एलोपेथिक में पूरी तरह संभव नही हो पाया वहाँ पर पपीते के पत्तों से बनी दव को एलोपेथिक और होम्योपेथिक में भी मान्यता प्राप्त हुई जिससे इस बीमारी पर काबू पाया गया ।  10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है
  9. देश के करोड़ों मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही नई आयुर्वेदिक दवाएं मिल सकेंगी। केंद्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने 36 प्रयोगशालाओं में आयुर्वेद के फामूर्लो से नई दवाएं खोजने का फैसला लिया है। इसके लिए सीएसआईआर ने केंद्रीय आयुष मंत्रालय के साथ करार किया है।
  10. इतना ही नही आयुर्वेद में अमेरिका ने भी दिलचस्पी दिखाना शुरू किया क्योंकि यह बिना रसायन के उपयोग के ही बीमारियों को ठीक करने की ताकत रखता है ।

 10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है

देश के करोड़ों मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही नई आयुर्वेदिक दवाएं मिल सकेंगी। केंद्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने 36 प्रयोगशालाओं में आयुर्वेद के फामूर्लो से नई दवाएं खोजने का फैसला लिया है। इसके लिए सीएसआईआर ने केंद्रीय आयुष मंत्रालय के साथ करार किया है. इतना ही नही आयुर्वेद में अमेरिका ने भी दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दिया। 10 आयुर्वेदिक ऐसी उपलब्धियां  जो भारत का गर्व बनी है

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