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Goa राजभवन बना पक्षी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र, राज्यपाल कोश्यारी ने बनवाया बर्ड वाचिंग एरिया

ज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने गोवा राजभवन परिसर में ऐसी व्यवस्था कर दी, जिससे तरह-तरह के पक्षियों का यहां बसेरा बनने लगा है। उन्होंने राजभवन परिसर में बर्ड वाचिंग एरिया बनवाया है, जो प्रकृति प्रेमियों और पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करता है। राज्यपाल कोश्यारी ने राजभवन और वन विभाग के अफसरों को साथ लेकर
Goa राजभवन बना पक्षी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र, राज्यपाल कोश्यारी ने बनवाया बर्ड वाचिंग एरिया

ज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने गोवा राजभवन परिसर में ऐसी व्यवस्था कर दी, जिससे तरह-तरह के पक्षियों का यहां बसेरा बनने लगा है। उन्होंने राजभवन परिसर में बर्ड वाचिंग एरिया बनवाया है, जो प्रकृति प्रेमियों और पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करता है। राज्यपाल कोश्यारी ने राजभवन और वन विभाग के अफसरों को साथ लेकर इस खूबसूरत बर्ड वाचिंग एरिया की योजना बनाई, जिसके बाद गोवा राजभवन परिसर में लगभग 60 एकड़ से अधिक भूमि पर वन और बगीचों में वनस्पति की यह विविधता आस-पास के क्षेत्रों से पक्षियों को आकर्षित करती रही है। इसमें प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं। पक्षियों की अब तक 27 तरह की प्रजातियां यहां दस्तक दे चुकी हैं। राज्यपाल कोश्यारी ने विशेष पहल कर गोवा वन विभाग और इकोटूरिज्म नॉर्थ के संयुक्त तत्वाधान में बडिर्ंग ट्रेल को मंजूरी दी और इसे राजभवन घूमने आने वाले पर्यटकों और आगंतुकों के लिए भी विकसित करवाया, जो राजभवन के प्रमुख आकर्षण में से एक बन चुका है। वन विभाग ने राजभवन परिसर में पक्षियों की आवाजाही का सावधानीपूर्वक अध्ययन करने के बाद बडिर्ंग ट्रेल का निर्माण पूर्ण किया, जिसकी लंबाई लगभग 850 मीटर है। विश्व वन्यजीव दिवस 2021 के अवसर पर बीते 3 मार्च को बडिर्ंग ट्रेल का उद्घाटन महाराष्ट्र और गोवा के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने किया था।

गोवा के राज्यपाल के निजी सचिव ध्रुव रौतेला ने बताया कि, “इस बडिर्ंग ट्रेल में 27 पक्षियों की प्रजातियां दर्ज की गईं, जिनमें ज्यादातर रैकेट टेल ड्रोंगो, एश बेलिड ड्रोंगो, कॉमन फ्लेम बैक वुडपेकर, जंगल बब्बलर, पर्पल सनबर्ड, टेलर बर्ड, व्हाइट थ्रोट ग्राउंड थ्रश, क्रिमसन बारबेट, व्हाइट चेक्ड बार्बेट और चेस्टनट आदि थे। राजभवन दर्शन कार्यक्रम के साथ अब बडिर्ंग ट्रेल घूमने को भी शामिल किया गया है, ताकि पक्षियों और प्रकृति में रुचि रखने वाले आम लोगों को भी राजभवन में बडिर्ंग का अनुभव मिल सके। राजभवन क्षेत्र में कैनन पॉइंट, स्विमिंग पूल और औषधि वन के आसपास भी यह पक्षी उन्मुक्त उड़ान भरते घोसोलों में वापस आते दिखाई देते हैं।”

नयूज स्त्रोत आईएएनएस

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