बालों को कलर और स्ट्रेटनिंग करवाना बन रहा है कैंसर का कारण ; स्टडी
जयपुर । आज कल बालों को रंगना और बालों पर नए नए नुस्खे आजमाइश करना जैसे कभी उनको घुमाना सीधे करवाना कभी क्या ट्रोह कभी क्या करने का चलन बहुत ज्यादा बढ़ चला है आज इन सभी फेशन की हालत यह है की छोटे छोटे बच्चे तक इन सभी के पीछे पागल हो रहे हैं ।
आज हम आपको इससे जुड़ी बहुत ही खास कबर बताने जा रहे हैं जिसको जानकार शायद आप इस तरह का कोई भी काम अपने बालों में करवाने से डर जाएँगे । यह हम नही बल्कि यह कह रहे हैं शोध की आपको बालों के साथ केमिकल रूप से खेलना जान पर भरी पड़ सकता है आइये जानते कैसे ?
खासबात यह है कि यह समस्या उन महिलाओं के लिए अधिक घातक है, जिनका स्किन टोन डार्क होता है।
इसके साथ ही खास बात यह है कि जो महिलाएं पर्मानेंट हेयर स्ट्रेटनर और हेयर डाई का उपयोग करती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने का कई गुना बढ़ जाता है। लगातार 8 साल तक इस विषय पर शोध करनेवाले शोधकर्ताओं का कहना है कि पर्मानेंट हेयर डाई यूज करनेवाली वाइट स्किन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अन्य महिलाओं की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक हो जाता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि हेयर प्रोडक्ट बनाने में करीब 5 हजार से अधिक केमिकल्स का उपयोग किया जाता है। इनमें से कई केमिकल्स में ऐसे तत्व होते हैं, जिनमें कैंसर पैदा करनेवाले अव्यव होते हैं। बात अगर हेयर स्ट्रेटनिंग की करें तो इसका फीमेल के स्किन टोने से कोई खास लेना-देना नहीं है।