Samachar Nama
×

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए,जानिए ऐसा क्यो कहा ?

जयपुर. भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और महान खिलाडी सचिन तेदुंलकर ने हाल ही में एक बयान दिया है। सचिन ने रविवार को कहा है कि भारत खेलों को पसंद करने वाला देश है। भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए। पूर्व महान खिलाडी ने डीबीएस बैंक के स्पार्किंग द फ्यूचर’ अभियान का उद्घाटन
पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए,जानिए ऐसा क्यो कहा ?

जयपुर. भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और महान खिलाडी सचिन तेदुंलकर ने हाल ही में एक बयान दिया है। सचिन ने रविवार को कहा है कि भारत खेलों को पसंद करने वाला देश है। भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए। पूर्व महान खिलाडी ने डीबीएस बैंक के स्पार्किंग द फ्यूचर’ अभियान का उद्घाटन किया, जिसके अंतर्गत सौर ऊर्जा वाली फ्लड-लाइट मैदान पर लगायी गयी हैं ताकि बच्चे रात में खेलों की प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें।

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए,जानिए ऐसा क्यो कहा ?
सचिन तेंदुलकर ने यहा छात्रों को संबोधित भी किया है। छात्रों को संबोधित करते हुए सचिन ने जीवनशैली में बदलाव की जरूरत पर भी बात कहीं ताकि भारत एक स्वस्थ देश बन सके।

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए,जानिए ऐसा क्यो कहा ?

पूर्व क्रिकेटर ने कहा है कि मैं यहां एक मैसेज देना चाहूंगा कि हमेशा कहता रहता हूं कि भारत को युवा और फिट होना चाहिए । हमारा देश युवाओ। का देश है। जब आप देश की आबादी की औसत उम्र देखते हो तो भारत युवाओं का देश कहा जाता है।

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए,जानिए ऐसा क्यो कहा ?

सचिन तेंदुलकर ने बताया कि लेकिन मुझे नहीं लगता हे कि भारत एक फिट और स्वस्थ देश है। क्योंकि अगर देश में ऐसा होता तो हम मधुमेह बीमारी के मामले में आगे नहीं होते। हम इस विषय में विश्व में सबसे आगे है। जहां तक मोटापे का संबंध है तो हम तीसरे नंबर पर है। इसलिए हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है।

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा भारत को ‘खेल खेलने वाला’ देश बनना चाहिए,जानिए ऐसा क्यो कहा ?
इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि भारत में खेलों को पसंद किया जाता है। इसलिए अब अहम है कि हम खेलों को खेलने वाला देश भी बने और इसके लिए अगर इस तरह की सुविधाए आती है। तो बच्चों केा ही उनकी बल्कि उनके पैरेंटस को भी बच्चों का साथ देना चाहिए और उनके साथ समय बिताना चाहिए।

Share this story