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राम मंदिर निर्माण में इन स्थलों की मिट्टी और जल का होगा इस्तेमाल

श्री राम मंदिर करोड़ों लोगों के लिए एक आस्था का प्रतिक हैं। सिर्फ हिंदू ही नहीं पूरा भारत राम मंदिर को लेकर उत्साहित हैं। और आज करोड़ों लोगों की आस्था और विश्वास एक बार फिर विजयी हुई है। आपको बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में श्री राम मंदिर का भूमिपूजन और
राम मंदिर निर्माण में इन स्थलों की मिट्टी और जल का होगा इस्तेमाल

श्री राम मंदिर करोड़ों लोगों के लिए एक आस्था का प्रतिक हैं। सिर्फ हिंदू ही नहीं पूरा भारत राम मंदिर को लेकर उत्साहित हैं। और आज करोड़ों लोगों की आस्था और विश्वास एक बार फिर विजयी हुई है। आपको बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में श्री राम मंदिर का भूमिपूजन और शिलान्यास कर दिया है। जिसके बाद अब मंदिर निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जायेगा। श्री राम मंदिर निर्माण के लिए देश भर से लोगों ने अपनी श्रद्धा अनुसार राम मंदिर निर्माण में अपना योगदान भेजा है।

राम मंदिर निर्माण में इन स्थलों की मिट्टी और जल का होगा इस्तेमाल

राम मंदिर निर्माण के लिए देश भर से लगभग 1500 पवित्र स्थलों की मिट्टी एवं 100 से अधिक पवित्र नदियों के साथ साथ सैकड़ो कुण्डों का जल अब तक अयोध्या लाया जा चूका है।

इन नदियों से लाया गया है जल

राम मंदिर निर्माण में इन स्थलों की मिट्टी और जल का होगा इस्तेमाल

श्री राम मंदिर निर्माण के लिए देश की पवित्र और पूजनीय नदी गंगा से जल लाया गया है। इसके साथ-साथ यमुना, नर्मदा , गोदावरी , कृष्णा।, कावेरी ,सिंधु ,ब्रह्मपुत्र , सतलुज, रावी , चिनाब और व्यास नदी के साथ-साथ अन्य नदियों का पवित्र जल मंदिर निर्माण में इस्तेमाल किया जायेगा।

इन जगहों की मिट्टी का होगा इस्तेमाल

राम मंदिर निर्माण में इन स्थलों की मिट्टी और जल का होगा इस्तेमाल

अगर वहीं अगर निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी की बात करे तो हल्दीघाट, चित्तौड़ दुर्ग,स्वर्ण मंदिर के कुण्ड का जल और मिट्टी,वैष्णो देवी,मैसेकर घाट,सभी ज्योतिर्लिंगों के प्रांगण की मिट्टी,सरस्वती उद्धगम स्थल का जल और मिट्टी , संघ की उद्गम स्थली नागपुर की मिट्टी व पवित्र जल और मानसरोवर की पवित्र जल और मिट्टी के साथ-साथ अन्य स्थानों से भी इसमें योगदान दिया गया है।

राम मंदिर निर्माण के लिए भेजी 22.6 किलो चांदी की ईंट

राम मंदिर निर्माण में इन स्थलों की मिट्टी और जल का होगा इस्तेमाल

गाजियाबाद के सभी स्वर्ण कारोबारियों ने एक-दूसरे के योगदान से 22.6 किलों शुद्ध चांदी की ईंट को तैयार किया। बाद में इस ईंट को राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या भेज दिया गया। इस चांदी के ईंट पर प्रधानमंत्री मोदी का नाम भी अंकित किया गया है।

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