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इन विचारों से मिलेंगी जीवन जीने की नई राह

स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके विचारों से मनुष्य बहुत कुछ सीख सकता हैं और जीवन में सफल भी हो सकता हैं, विवेकानंद द्वारा कही गई हर बात व्यक्ति को प्रेरणा देती हैं उनके विचार पढ़कर कोई भी निराश व्यक्ति जीवन जीने का एक नया मकसद प्राप्त कर सकता हैं 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धार्मिक सम्मेलन में उन्होंने भारत और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व किया था।
इन विचारों से मिलेंगी जीवन जीने की नई राह

आपको बता दें, कि स्वामी विवेकानंद के जीवन और ​उनके विचारों से मनुष्य बहुत कुछ सीख सकता हैं और जीवन में सफल भी हो सकता हैं, विवेकानंद द्वारा कही गई हर बात व्यक्ति को प्रेरणा देती हैं उनके विचार पढ़कर ​कोई भी निराश व्यक्ति भी जीवन जीने का एक नया मकसद प्राप्त हो सकता हैं

इन विचारों से मिलेंगी जीवन जीने की नई राह

वही 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धार्मिक सम्मेलन में उन्होंने भारत और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व किया था। वही आज हम आपको स्वामी विवेकानंद के कुछ ऐसे ही अनमोल विचारों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे व्यक्ति के जीवन को एक नई दिशा प्राप्त हो सकती हैं, तो आइए जानते हैं कि वो कौन से विचार हैं। इन विचारों से मिलेंगी जीवन जीने की नई राहउठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक तुम्हे तुम्हारे लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। कोई एक विचार बना लो और उस विचार को अपना जीवन बना लो। उस विचार को बार बार सोचो, उसके सपने देखो और उसे जियो। दिमाग, मांसपेशियां, नसें और शरीर के हर भाग में उस विचार को भर लो और बाकी हर विचार छोड़ दो, यह सफल होने का एक मार्ग हैं।
हम वो है जो हमारे विचारों ने हमें बनाया हैं, इसलिए आप जो भी सोचते हैं उसका ख्याल रखिए। शब्द बाद में आते हैं, पहले विचार आते हैं और वे जिंदा रहते हैं, दूर तक जाते हैं। इन विचारों से मिलेंगी जीवन जीने की नई राहजब तक तुम खुद पर भरोसा नहीं कर सकते, तब तक खुदा या भगवान पर भरोसा नहीं कर सकते। कभी मत सोचिए कि किसी भी आत्मा के लिए कुछ भी असंभव हैं। ऐसा सोचना सबसे बड़ा अधर्म हैं। खुद को या दूसरों को कमजोर समझना ही दुनिया में एकमात्र पाप हैं।

स्वामी विवेकानंद के जीवन और ​उनके विचारों से मनुष्य बहुत कुछ सीख सकता हैं और जीवन में सफल भी हो सकता हैं, विवेकानंद द्वारा कही गई हर बात व्यक्ति को प्रेरणा देती हैं उनके विचार पढ़कर ​कोई भी निराश व्यक्ति जीवन जीने का एक नया मकसद प्राप्त कर सकता हैं 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धार्मिक सम्मेलन में उन्होंने भारत और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व किया था। इन विचारों से मिलेंगी जीवन जीने की नई राह

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