कर्ज के बोझ तले दबे पंजाब के किसान पिता-पु्त्र ने अपनी मौत का जिम्मेदार मोदी सरकार को ठहराया है। शनिवार को होशियारपुर जिले के मुहद्दीपुर गांव से यह सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटनास्थल से जो सुसाइड नोट मिला है उसमें मोदी सरकार के साथ-साथ पंजाब सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। दोनों पिता-पुत्र किसान आंदोलन में खासे सक्रिये रहे थे। वे सिंघू बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
मृतक किसानों की पहचान नंबरदार जगतार सिंह (70) और उनके बेटे कृपाल सिंह (40) के रूप में हुई है। जगतार सिंह इससे पहले गांव के सरपंच भी रह चुके हैं। परिजनों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट को बरामद कर लिया है।इसमें लिखा है कि मोदी सरकार किसानों के साथ धोका कर रही है। सरकार किसानों के मन की बात नहीं सुन रही है। कृषि कानून किसानों को बर्बाद करने पर है।
बता दें कि दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद आंदोलन फिर से तेज करने की तैयारी है। की गति धीमी पड़ी थी। वहीं राकेश टिकैत के आंसुओं ने आंदोलन में जान फूंकी। इसके बाद पश्चिमी यूपी से लेकर पंजाब-हरियाणा तक में किसानों की महापंचायतें हो रही है। अब पंजाब-हरियाणा, पश्चमि यूपी और राजस्थान में किसानों की महापंचायतें हो रही है। इसी कड़ी में सीकर जिले के सरदार शहर जिला चूरू में 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक किसान महापंचात होने जा रही है। इस महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे।