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भारत में भी पाए जाते थे सदियों पहले शुतुरमुर्ग

जयपुर। भारत में बहुत पहले कई तरह के जीव पाये जाते थे लेकिन समय रहते ही ये भारतसे विलुप्त भी हो गये। इसी तरह से शुतुरमुर्ग (ऑस्ट्रिच) भी भारत में रहते थे। वैसे तो शुतुरमुर्ग मूल रूप से अफ्रीका में निवास करने वाला विशालकाय पक्षी है जो कि उड़ने में अक्षम होते हैं। आपको बात
भारत में भी पाए जाते थे सदियों पहले शुतुरमुर्ग

जयपुर। भारत में बहुत पहले कई तरह के जीव पाये जाते थे लेकिन समय रहते ही ये भारतसे विलुप्त भी हो गये। इसी तरह से शुतुरमुर्ग (ऑस्ट्रिच) भी भारत में रहते थे। वैसे तो शुतुरमुर्ग मूल रूप से अफ्रीका में निवास करने वाला विशालकाय पक्षी है जो कि उड़ने में अक्षम होते हैं। आपको बात दे कि दुनिया में ये ऐसे पक्षी है जो उड़ने में असक्षम होते है। इस विषय पर एक शोध किया गया था कि शुतुरमुर्ग करीब 25,000 साल पहले भारत में निवास करते थे। आपको जानकारी दे दे कि कोशिकीय एवं आणविक शोध संस्थान (सीसीएमबी) ने अपने एक अध्ययन में यह दावा किया है।भारत में भी पाए जाते थे सदियों पहले शुतुरमुर्ग

इनके शोध के मुतबिक शुतुरमुर्ग की मूल जन्म स्थली अफ्रीका महाद्वीप से है लेकिन कई जीव वैज्ञानिकों और पुरातत्वविदों को पिछले कुछ दशकों में भारत में मिले जीवाश्मों के पर अध्ययन किया है। वैज्ञानिकों को शुतुरमुर्ग के विशाल अंडों के खोल मुख्य रूप से राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में खुदाई के दौरान मिले हैं जिसके ये पुख्ता होता है कि शुतुरमुर्ग भारत में भी थे। वैसे आपको जानकारी दे दे कि वयस्क शुतुरमुर्ग की ऊंचाई लगभग 9 फीट के आसपास होती है और इनका भार 155 किलोग्राम होता हैं। खास बात तो ये है कि ये 75 साल तक जीवित रहते हैं।भारत में भी पाए जाते थे सदियों पहले शुतुरमुर्ग

शुतुरमुर्ग 70 किलोमीटर की रफ्तार से लगातार आधे घंटे तक दौड़ सकने में सक्षम है। वैज्ञानिकों बताया कि शुतुरमुर्ग रफ्तार के समय यह अपने शरीर को संतुलित रखने के लिए अपने 6 फीट लंबे पंख का प्रयोग करता है जिससे इसको दौड़ने में सहायता मिलती है। आपको जानकारी दे दे कि सीसीएमबी के वरिष्ठ मुख्य वैज्ञानिक कुमारस्वामी थंगराज ने बताया है कि हमने डीएनए परीक्षण के द्वारा शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल का सफलतापूर्वक विश्लेषण किया हैं और साथ ही बताया कि सदियों पहले भारत में भी अफ्रीका की तरह ही विशालकाय शुतुरमुर्ग निवास करते थे।भारत में भी पाए जाते थे सदियों पहले शुतुरमुर्ग

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