विटामिन डी की कमी से भी बढ़ जाता है अवसाद का खतरा
जयपुर। अक्सर अवसाद का होना कई कारणों साथ जोड़ा जाता है। जिसमें काम के बोझ से लेकर, कम नींद तक कुछ भी हो सकते हैं। लेकिन हाल ही हुए एक नए अध्ययन में बताया गया है कि वृद्धावस्था में विटामिन डी की कमी से भी अवसाद के होने का खतरा बना रहता है।
अध्ययन में बताया गया है कि विटामिन डी की कमी के कारण अवसाद में 75 प्रतिशत की वृद्धि करता है। जब विटामिन डी और मनुष्य की बीमारियों में संबंध के लिए अध्ययन किया गया तो पाया कि विटामिन डी केवल हड्डी के लिए ही लाभदायक नहीं होता है वरन यह अन्य रोगों में भी लाभ पहुंचाता है।
आयरलैंड में डबलिन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता ने कहा कि विटामिन डी का सीमित मात्रा में किया गया सेवन सुरक्षित होने के साथ ही सस्ता भी होता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस अध्ययन में 50 वर्ष के अधिक आयु वाले 4000 लोगों को शामिल किया गया।
जो कि यह अध्ययन स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी के लाभों पर बढ़ते साक्ष्य को जोड़ता है। वैज्ञानिकों ने शरीर में विटामिन डी की कमी होने का सबसे बड़ा कारण हमारी जीवनशैली का बताया है। जिसमें सुबह देर से उठना, शराब या धूम्रपान का सेवन करना,जंकफूड का ज्यादा सेवन करना जैसे कई कार्य विटामिन डी की कमी के कारण हो सकते है। विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए इसका सबसे बड़ा मुख्य स्रोत सूर्य की रोशनी को माना जाता है।
नियमित रूप से सुबह 30 मिनट धूप लें तो शरीर में विटामिन डी की कमी नहीं होगी। अगर कोई व्यक्ति रोजाना सूर्य की रोशनी का सेवन नहीं कर पाता है, तो हम आपको ऐसी चीजें बता रहे है जो इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं। जिसमें दूध, मछली, अंड, आॅइस्टर और मशरूम आदि का नियमिन सेवन करके भी विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।