गर्म पानी पीने की आदत रखेगी आपके शरीर को चुस्त
आयुर्वेद के अनुसार, ठंडा पानी शरीर के लिए बेहद हानिकारक है इसलिए इसमें गर्म – गुनगुना पानी पीने की सलाह दी जाती है | गर्म पानी को किस तरह पीना चाहिए इसके भी आयुर्वेद में कई नियम है | सबसे पहले दिन की शुरुआत करते हुए सुबह के समय दो से तीन गिलास गर्म पानी पीना शरीर के सभी विषैले तत्वों को बहार निकलता है | यह पाचन और मूत्र सम्बन्धी सभी समस्याओ में आरामदायक है | इससे शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ता है जिससे वज़न नियंत्रित होता है |
खाने से एक घंटे पहले एक से दो गिलास गर्म पानी पीने से भूक की तेज़ी कम होती है जो वज़न घटाने में मदद करती है |जिन व्यक्तियों के शरीर में कफ और वायु संबंधी विकार होते है उनके लिए गर्म पानी एक रामबाण औषधि है | शरीर से टोक्सिन और फैट निकलने के लिए गर्म पानी बेहद कारगर है , यह ओर्थोरिटिस की समस्या में भी आराम दिलाता है | ध्यान रहे के जिन लोगो को शरीर में अत्यधिक गर्मी है वे गर्म पानी शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले |
हम देखते है की चीन और जापान के लोग बेहद पतले होते है, उनके शरीर में अतिरिक्त फैट बिलकुल जमा नहीं होता जिसका कारण गर्म पानी ही है | ये लोग सुबह से रात तक गुनगुने पानी का ही प्रयोग करते है | ध्यान रहे की गर्म पानी को प्लास्टिक की बोतल या कंटेनर में गलती से भी भर कर ना रखें , सिर्फ कांच या मेटल के ही कंटेनर का प्रयोग करें | कभी भी गर्म पानी पीने के तुरंत बाद ठंडा जूस या आइसक्रीम जैसी चीज़ें न खाएं इससे शरीर का मेटाबोलिज्म बिगड़ता है और दांत की नसों पर भी बुरा असर पड़ता है |