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कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

कॉफी में मौजूद कैफीन एक ऐसा इन्ग्रीडियंट है जो ब्राउन फैट को उत्तेजित और ऐक्टिवेट करने में स्टीम्यूलस का काम करता है। ऐसे में इस कॉम्पोनेंट का इस्तेमाल वेट लॉस मैनेजमेंट के साथ-साथ ग्लूकोज रेग्यूलेशन प्रोग्राम में भी किया जा सकता है ताकि मोटापा कम करने के साथ-साथ डायबीटीज को भी कंट्रोल किया जा सके।
कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

जयपुर।  आज कल तो कॉफी पीना जैसे लोगों के लिए  ट्रेंड बन चुका है । चाय हो या कॉफी लोग सुबह उठते ही सबसे पहले इसी की और हाथ बढ़ते हैं । पर हर चीज़ की अति बहुत बुरी होती है यह बात भी आपको ,मालूम होगी । वैसे तो कॉफी 3-4 कप पीना अच्छा नही होता है यह हमारे लिए परेशानी खड़ी कर सकता है । पर सही मात्र में कॉफी का सेवन हमारे लिए  सेहत भरा साबित हो सकता है ।कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

जी हाँ सारे दिन भर में पी गई एक कप कॉफी आपको सेहत से भरपूर कर देगी । यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंगम के प्रोफेसर  और इस स्टडी के को डायरेक्टर माइकल साइमंड्स ने कहा, ब्राउन फैट शरीर में अलग तरह से काम करता है और गर्मी पैदा कर शुगर और फैट को बर्न करने में मदद करता है। जब इस ब्राउन फैट की ऐक्टिविटी को बढ़ा दिया जाता है तो इससे शरीर का ब्लड शुगर लेवल भी बेहतर हो जाता है। साथ ही एक्सट्रा कैलरी भी बर्न होती है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है।कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

कॉफी में मौजूद कैफीन एक ऐसा इन्ग्रीडियंट है जो ब्राउन फैट को उत्तेजित और ऐक्टिवेट करने में स्टीम्यूलस का काम करता है। ऐसे में इस कॉम्पोनेंट का इस्तेमाल वेट लॉस मैनेजमेंट के साथ-साथ ग्लूकोज रेग्यूलेशन प्रोग्राम में भी किया जा सकता है ताकि मोटापा कम करने के साथ-साथ डायबीटीज को भी कंट्रोल किया जा सके।कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

एक कप कॉफी का सेवन मोटापा ही नही बल्कि यह कैंसर की बीमारी से भी आपको बचा कर रखता है । इसलिए आप रोजाना एक कप कॉफी का सेवन जरूर करें । पर ज्यादा मात्रा में इसका सेवन भूल कर भी ना करें ।कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

कॉफी में मौजूद कैफीन एक ऐसा इन्ग्रीडियंट है जो ब्राउन फैट को उत्तेजित और ऐक्टिवेट करने में स्टीम्यूलस का काम करता है। ऐसे में इस कॉम्पोनेंट का इस्तेमाल वेट लॉस मैनेजमेंट के साथ-साथ ग्लूकोज रेग्यूलेशन प्रोग्राम में भी किया जा सकता है ताकि मोटापा कम करने के साथ-साथ डायबीटीज को भी कंट्रोल किया जा सके। कोफ़ी का सेवन करना बन सकता है आपके मोटापे को काम करने का राज

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