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एसी और सेहत दोनों खतरा बना गया है कबूतर, जानिये कैसे

जयपुर। शहरों में कबूतरों की बढ़ती संख्या से लोगों के लिए तकलीफ दे रही है। इनके ये काफी जानलेवा साबित हो रहे है। आपको लगता होगा की ये बेजुबान नादान परिंदे कैसे हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं। तो आपको बता दे कि हाल ही में किए गए एक शोध से ज्ञात हुआ है कि कबूतरों
एसी और सेहत दोनों खतरा बना गया है कबूतर, जानिये कैसे

जयपुर। शहरों में कबूतरों की बढ़ती संख्या से लोगों के लिए तकलीफ दे रही है। इनके ये काफी जानलेवा साबित हो रहे है। आपको लगता होगा की ये बेजुबान नादान परिंदे कैसे हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं। तो आपको बता दे कि हाल ही में किए गए एक शोध से ज्ञात हुआ है  कि कबूतरों के मल से कई तरह की गंभीर बीमारियां फैल रही हैं। इसका मल आपको जान ले सकता है। इस बात को तो हमसब जानते है कि कबूतर घरों के खिड़की दरवाजों पर उजालदानों पर आपने डेरा जमाते है। लोगों के घरों में लगे हुए एयर कंडीशनर पर भी ये अपना डेरा जमाते हैं। ऐसे में कबूतरों के मल से एसी की तो ऐसी तेसी हो जाती है।एसी और सेहत दोनों खतरा बना गया है कबूतर, जानिये कैसे

इसी के साथ वो सौगात में आपको सांस की बीमारियां भी दे रहा हैं। वैसे तो कई लोगों ने कबूतरों से बचने के लिए अपने घरों के एसी में स्पाइक लगवा देये हैं लेकिन क्या ये ठीक है। आपको बता दे कि कबूतरों के एसी पर घोंसला बनाने से आए दिन लोगों के एसी खराब हो जाते हैं। कई बार तो ऐसा होता होता है कि कबूतर एसी का पानी भी पी जाते है। और उसी में अपना मल भी छोड़ देते है वैज्ञानिक कहते हैएसी और सेहत दोनों खतरा बना गया है कबूतर, जानिये कैसे

कि इसी मल के कारण से लोगों को सांस लेने की तकलीफ बढ़ रही है। इस बिमारी में फेफड़े सिकुड़ सकते हैं। रोगी को सांस लेने में तकलीफ हद लसे ज्यादा होती है। इस तरह की बिमारियों से बचने के लिए लोग घरों में प्लास्टिक की स्पाइक्स लगा रहे हैं। इंग्लैंड में तो गजब ही किया इसके एक शहर में लोगों ने अपनी कारों को पक्षियों की गंदगी से बचाने के लिए पेड़ों पर ही स्पाइक्स लगा दी थी। हालांकि इस मुद्दे पर पक्षी प्रेमी इन क्रूर उपायों का विरोध कर रहे हैं।एसी और सेहत दोनों खतरा बना गया है कबूतर, जानिये कैसे

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